वापिस आ रहे किसान! क्या फिर से दिल्ली बॉर्डर बंद हो जाएँगे?

नई दिल्ली: किसान दिल्ली लौट रहे हैं। वह एक बार फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। जी हाँ, आपको बता दें, संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वह 20 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन देंगे। इस धरने में 32 किसान संगठन हड़ताल में शामिल हो सकते हैं।   मीडिया रिपोर्ट्स […]

Advertisement
वापिस आ रहे किसान! क्या फिर से दिल्ली बॉर्डर बंद हो जाएँगे?

Amisha Singh

  • March 14, 2023 11:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: किसान दिल्ली लौट रहे हैं। वह एक बार फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। जी हाँ, आपको बता दें, संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वह 20 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन देंगे। इस धरने में 32 किसान संगठन हड़ताल में शामिल हो सकते हैं।

 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भले ही दिल्ली में एक दिन के प्रदर्शन की घोषणा की गई थी, लेकिन किसानों को लंबी Kisहड़ताल के लिए तैयार होकर दिल्ली आने को कहा गया है। इस मोर्चे का कहना है कि अगर सरकार माँग पूरी नहीं करती है तो इस धरने को स्थायी रूप से शुरू किया जा सकता है। ऐसे में चर्चा है कि दिल्ली की सीमाओं को फिर से बंद किया जा सकता है।

 

 

क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन?

13 मार्च को कथित तौर पर किसानों के एक समूह ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। पाँच किसान संघों ने भारी पुलिस बल के बीच धरना दिया और किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में किसानों ने मोदी सरकार से पर्याप्त जल वितरण मुहैया करने और सरकार द्वारा वादा किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) को जल्द से जल्द लागू करने का अनुरोध किया है।

 

जानें किसान की माँगें

पंजाब के तरनतारन जिले के एक प्रदर्शनकारी किसान जरनैल सिंह ने कहा: “सारा पानी राजस्थान और दिल्ली में जाता है। पंजाब के किसान को क्या करना चाहिए? सरकार ने अनाज और दालों के लिए MSP में भी कुछ नहीं किया है। हमारे परिवार बड़ी मुसीबत में हैं।”

 

किसान मोर्चा का प्रदर्शन

इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने 13 मार्च को पंजाब में जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। मुख्यालय के सामने प्रदर्शन, पुतला जलाया। किसान मंच के नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार उन नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है; उनके घरों की तलाशी ली जाती है। 21 फरवरी को अपने राज्यव्यापी छापे में, CBI ने केंद्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान अजमेर सिंह लाखोवाल के कई कार्यालयों पर छापा मारा।

 

 

यह भी पढ़ें :

 

Delhi Excise Case: बीजेपी बोली- ‘अरविंद केजरीवाल का अहंकार टूटेगा, AAP के पास सवालों का नहीं है जवाब’

मनीष सिसोदिया का दावा! बीजेपी ने मेरे खिलाफ सभी सीबीआई, ईडी मामलों को बंद करने की रखी पेशकश

 

 

 

Advertisement