नई दिल्लीः पंजाब में रेल रोको आंदोलन का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। पंजाब में कई स्थानों पर किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हैं। उधर, रेलवे स्टेशन और आसपास पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहीं हरियाणा के डबवाली में 38 किसानो को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस […]
नई दिल्लीः पंजाब में रेल रोको आंदोलन का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। पंजाब में कई स्थानों पर किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हैं। उधर, रेलवे स्टेशन और आसपास पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहीं हरियाणा के डबवाली में 38 किसानो को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस दौरान चौटाला चौकी में किसानों ने नारेबाजी भी की।
बता दें कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन आजाद और सिद्धूपुरा ने सुनाम रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद और सिद्धूपुरा के नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूरी तरह से किसान के खिलाफ है। राज्य सरकार भी किसानों के प्रति गंभीर नहीं दिख रही है।
किसान नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगों को लागू नहीं करेगी, यह आंदोलन चलता रहेगा। किसान नेता जसविंदर सिंह लोंगोवाल, जसवीर सिंह मेदेवास और रण सिंह चट्ठा ने कहा कि किसानों के साथ दुश्मन की तरह व्यवहार को बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र व हरियाणा सरकार ने किसानों पर अत्याचार किए हैं।
शंभू टोल के पास रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारी किसानों ने मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने तुरंत उन्हें रोका और किसान नेताओं को समझा कर पीछे किया। उधर, ऐलनाबाद में किसानों व पुलिस कर्मियों के बीच बहस हो गई। इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया।