नई दिल्ली: एक रिपोर्ट के अनुसार केपी सिंह ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में केपी सिंह 299वें स्थान पर हैं. बता दे, उनकी नेटवर्थ करीब 7.63 बिलियन डॉलर (63200 करोड़ रुपये) है. इसी के चलते केपी सिंह की निजी ज़िन्दगी से जुड़े कुछ राज़ सामने आए है. ऐसा माना जाता है कि प्यार करने की कोई उम्र […]
नई दिल्ली: एक रिपोर्ट के अनुसार केपी सिंह ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में केपी सिंह 299वें स्थान पर हैं. बता दे, उनकी नेटवर्थ करीब 7.63 बिलियन डॉलर (63200 करोड़ रुपये) है. इसी के चलते केपी सिंह की निजी ज़िन्दगी से जुड़े कुछ राज़ सामने आए है.
ऐसा माना जाता है कि प्यार करने की कोई उम्र या सीमा नहीं होती. यह तो बस जिंदगी के किसी भी पड़ाव पर किसी से भी हो जाता है. वहीं डीएलएफ ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन केपी सिंह (कुशल पाल सिंह) के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. बता दे, उन्हें 91 साल की उम्र में एक बार फिर प्यार हो गया है. चेयरमैन केपी सिंह ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने स्वयं इसकी घोषणा की है और उन्होंने अपनी नई पार्टनर के बारे में भी बातें की हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में चेयरमैन केपी सिंह ने कहा, ‘मेरी पत्नी की मौत के बाद से जीवन में एक खालीपन आ गया था. किसी के साथ सालों बिताने के बाद जब आप उसे खो देते हैं, तो ऐसा दुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. साथ ही उन्होंने बताया कि ‘आपकी पूरी जिंदगी बदल जाती है.’ लेकिन अब मेरे जीवन में नई पार्टनर आ चुकी है और मुझे उनसे प्रेम हो गया है.’
केपी सिंह ने जानकारी में बताया, ‘अब मुझे एक नई पार्टनर मिल गई है और उनका नाम शीना है. वह मेरी ज़िन्दगी में सबसे अच्छे लोगों में से एक है. साथ ही कहा- ‘वह तेजस है और मुझे काफी प्रेरित करती है. यहां तक कि वह जीवन में हर कदम पर मेरा साथ देती है. वह हमेशा मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती है. अब वह मेरी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बन चुकी है.’ आपको बता दे कि केपी सिंह की पहली पत्नी का कैंसर की वजह से 65 साल की उम्र में निधन हो गया था.
खबर के अनुसार, ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में केपी सिंह 299वें स्थान पर हैं. वहीं उनकी नेटवर्थ 7.63 बिलियन डॉलर यानी 63200 करोड़ रुपये है. उन्होंने सेना की पोस्टिंग छोड़कर साल 1961 में अपने ससुर राघवेंद्र सिंह द्वारा शुरू की गई कंपनी डेल्ही लैंड एंड फाइनेंस यानी डीएलएफ में शामिल होने का फैसला लिया था. वही केपी सिंह पांच दशक से ज़्यादा समय तक कंपनी के चेयरमैन पद पर रहे.
एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चेयरमैन ने कहा, ‘मेरी पत्नी ने निधन से 6 महीने पहले मुझसे वायदा लिया था कि मैं कभी हार ना मानूं. वहीं मेरे पास आगे बढ़ने के लिए एक नई जिंदगी है. पत्नी के ये शब्द मेरे साथ सदा रहेंगे. मेरी विवाहिक जीवन बहुत शानदार रहा. मेरी पत्नी मेरी मित्र भी थी. उसके जाने के बाद मैं मायूस हो गया था. लेकिन अब मेरी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है.’
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