Fact Check: एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है जिसकी हेडिंग है कि 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार निकालने वाली है. खबर में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय कार्मिक विभाग से उन कर्मचारियों की जानकारी मांगी गई है जिनकी उम्र 55 साल या फिर 30 साल की नौकरी पूरी हो गई है.
नई दिल्ली: कोरोना लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है. फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए तेजी से फेक न्यूज वायरल हो रही है. ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है कि पैसों की कमी के चलते केंद्र सरकार 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. जिसके पास भी ये खबर पहुंची उसने उसे बिना समझे-जाने फॉरवर्ड कर दिया क्योंकि खबर भी अखबार की नजर आ रही थी और लोग अखबार की खबरों पर तुरंत भरोसा कर लेते हैं
दरअसल सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है जिसकी हेडिंग है कि 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार निकालने वाली है. खबर में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है क्योंकि सरकार पैसों की कमी से जूझ रही है.
दावा: एक न्यूज़ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार 5 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है।#PIBFactcheck: फेक न्यूज़। सरकार ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है। कृपया ऐसी फैलाई जा रही ख़बरों से सावधान रहें। pic.twitter.com/afXmMkapmh
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 11, 2020
इस न्यूज रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कार्मिक विभाग ने आयुध निर्माणियों और रेलवे से सबसे ज्यादा लोगों को निकालने का मन बनाया है क्योंकि केंद्रीय कर्मचारियों की सबसे बड़ी संख्या इन्हीं दो विभागों में है. वायरल खबर में इस बात का भी जिक्र है कि इस मामले में केंद्रीय कार्मिक विभाग ने जो जानकारी मांगी है, उसमें कर्मचारियों की 55 साल उम्र या फिर 30 साल की नौकरी पूरी होने की बात कही गयी है. खबर में कहा गया है कि जो इन दोनों में से कोई भी क्राइटेरिया पूरा कर रहा होगा उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा.
तेजी से वायरल हो रहे मैसेज को देखते हुए पीआईबी ने ट्वीट कर इस खबर को निराधार और गलत बताया है. अगर आपके पास भी कोई इस खबर का लिंक या फोटो शेयर करे तो उसे बताएं कि ये खबर गलत है और ऐसी खबरों को आगे फॉरवर्ड करने से बचें.