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Cheetah ही नहीं यह जानवर भी हो गए भारत से विलुप्त

नई दिल्ली : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर देश किसी तरह चीतों को वापस लेकर आया है लेकिन कई ऐसी प्रजातिया हैं जो पहले ही विलुप्त हो चुकी हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक प्रजाति के बारे में बताने जा रहे हैं जो विलुप्त हो चुकी है लेकिन जिसे एक […]

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  • September 19, 2022 8:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर देश किसी तरह चीतों को वापस लेकर आया है लेकिन कई ऐसी प्रजातिया हैं जो पहले ही विलुप्त हो चुकी हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक प्रजाति के बारे में बताने जा रहे हैं जो विलुप्त हो चुकी है लेकिन जिसे एक बार फिर लाया जा सकता है.

चीते के अलावा यह जीव भी हो गया विलुप्त

किसी भी देश में विलुप्त प्रजाति को लाया जा सकता है जैसे चीतों को लेकर आया गया. ये बात तो साबित है कि किसी जीव के विलुप्त होने पर किसी और देश से उस जीव को लाया जा सकता है. ऐसा ही एक और जीव है जिसे चीतो की तरह ही दूसरे देश से लेकर आया जा सकता है. जानकारी के अनुसार आज़ादी के बाद से बड़े स्तनधारी जीवों में चीता के अलावा ऐसा एक और जीव है जो विलुप्त हो चुका है. ये जीव चीते से भी बड़ा और विशालकाय था.

ये जीव बैल की एक प्रजाति है जिसे भारत के उत्तर-पूर्व (North-East) के जंगलों में पाया जाता था. आम भाषा में इस जीव को बैनटैंग (Banteng) या वाइल्ड कैटल (Wild Cattle) कहा जाता है. आज यह जीव इंडोनेशिया (Indonesia), थाईलैंड (Thailand), मलेशिया (Malaysia) में पाया जाता है. यह एक शाकाहारी जीव है जिसे लाने में सरकार को कोई दिक्कत भी नहीं होगी. इस जीव को फिर भारत में लाकर ब्रीडिंग कराई जा सकती है. हालांकि इस प्रजाति को पुनर्जीवित करने की समस्या यहीँ पर ख़त्म नहीं होती है.

गौर जैसा है जानवर बस..

बैनटेंग (Banteng) भारतीय गौर (Indian Gaur) जैसा ही दिखाई देता था. बता दें, गौर को इंडियन बाइसन (Indian Bison) भी कहा जाता हैं. लेकिन बैनटेंग की लंबाई 1.9 से 3.68 मीटर यानी 6.2 से 12.1 फीट तक जा सकती है और यह किसी भी पालतू बैल से कई गुना बड़ा होता है.इनके सींग की लंबाई 24 से 37 इंच तक हो सकती है.

क्लोनिंग हो सकता है समाधान

बैनटेंग (Banteng) भारत समेत पूरे विश्व में भी एन्डेनजर्ड जीव है जिसे सफलतापूर्वक क्लोन किया जा चुका है. ऐसा एंडवांस्ड सेल टोक्नोनॉजी के वैज्ञानिकों ने किया था. इसमें एक मृत नर बैनटेंग की स्किन सेल को क्रायोबैंक में बचाया गया था बाद में इसे एक मादा बैनटेंग के अंडों में निषेचित किया गया था. जिसके बाद क्लोन जीव पैदा हुआ. इस तकनीक से भी भारत में इस विलुप्त जीव को लेकर आया जा सकता है.

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