नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की 4 दिसंबर से शुरुआत हो चुकी है। इस बीच जिन मुद्दों पर सबकी नजरें हैं, उनमें टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का मामला भी शामिल है। उन पर पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप लगे हैं। महुआ मोइत्रा को लेकर लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट भी सदन में […]
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की 4 दिसंबर से शुरुआत हो चुकी है। इस बीच जिन मुद्दों पर सबकी नजरें हैं, उनमें टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का मामला भी शामिल है। उन पर पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप लगे हैं। महुआ मोइत्रा को लेकर लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट भी सदन में पेश किए जाने के लिए सूचीबद्ध है, लेकिन अभी तक ये रिपोर्ट पेश नहीं किया गया है।
खबरों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कैश-फॉर-क्वेरी केस में महुआ मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की है। इस बीच एथिक्स कमेटी की एक मेंबर और भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी का कहना है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कथित कैश-फॉर-क्वेरी मामले के संबंध में व्यापक रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपी जा चुकी है और जब भी वह कहेंगे, रिपोर्ट पेश की जाएगी। सारंगी ने आगे कहा कि एक बार यह पेश हो जाए तो हमें किसी भी तरह की चर्चा से कोई भी आपत्ति नहीं होगी। हम हमेशा किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं।
वहीं इस मामले पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संसद में प्रवेश करने से पहले मीडिया से कहा कि देखते हैं। यह लिस्ट ऑफ बिजनेस (कार्य सूची) में नहीं थी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि वे इसे रखेंगे या नहीं। अगर वह ऐसा करते हैं तो उन्हें करने दीजिए।