पीएफआई पर बैन: चंडीगढ़। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लगाए गए पांच साल के प्रतिबंध पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आने शुरू हो गई है। इसी कड़ी में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि देश के बाहर बैठे दुश्मनों से ज्यादा खतरनाक देश […]
चंडीगढ़। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लगाए गए पांच साल के प्रतिबंध पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आने शुरू हो गई है। इसी कड़ी में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि देश के बाहर बैठे दुश्मनों से ज्यादा खतरनाक देश के अंदर बैठे दुश्मन हैं।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाकर देश को सुरक्षित रखने का काम किया है। पीएम द्वारा जो देश का शुद्धीकरण अभियान चलाया जा रहा है, उसमें भारत का हर नागरिक उनके साथ है।
बता दें कि इससे पहले आज आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के सबूत मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पांच साल के लिए पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया। बता दें कि इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों ने देशभर में पीएफआई के खिलाफ छापेमारी की थी। जिसमें 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पीएफआई के खिलाफ पहली देशव्यापी छापेमारी 22 सितंबर को की थी, इसके बाद दूसरी रेड 27 सिंतबर को हुई थी। जहां पहले राउंड में 106 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, वहीं दूसरे राउंड में 247 लोगों को गिरफ्तार/हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि छापेमारी में पीएफाई के टेरर लिंक सबूत मिले थे, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने ये बड़ी कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत हुई दो राउंड की छापेमारी में एनआईए, एटीएस और स्टेट पुलिस को पीएफआई के मिशन के बारे में अहम सबूत मिले थे। इन सबूतों को ही इस संगठन पर बैन लगाने की असली वजह माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि पीएफआई का मकसद भारत को गृह युद्ध में झोंकना, 2047 तक ऑपरेशन गजवा-ए-हिंद को पूरा करना और हिंदुस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है।’
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