नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होंगे जबकि हरियाणा में एक चरण में मतदान पूरा हो जाएगा। हरियाणा में भी 90 विधानसभा सीटें हैं जबकि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नए परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या 90 […]
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होंगे जबकि हरियाणा में एक चरण में मतदान पूरा हो जाएगा। हरियाणा में भी 90 विधानसभा सीटें हैं जबकि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नए परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या 90 हो गई है। जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के लिए 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होगा। वहीं, हरियाणा की सभी सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होगा। दोनों राज्यों के चुनाव नतीजे 4 अक्टूबर को एक साथ आएंगे। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। वहीं, अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार लोग विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे।
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 90 सीटें हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने लोकसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि हर मतदान केंद्र पर उत्साह और जश्न का माहौल रहेगा। सभी मतदान केंद्रों को नए तरीके से बनाएं। करीब 360 मॉडल मतदान केंद्र होंगे। राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। लोगों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली। चुनाव प्रचार के दौरान खूब प्रचार-प्रसार हुआ। हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र बना रहे। मतदाता बढ़े हैं। यह एक पहलू है। इसका एक उदाहरण यह है। मतदाताओं की अधिक भागीदारी पर जोर उन्होंने कहा कि कितने उम्मीदवारों ने भाग लिया। कितने लोगों ने रैलियां निकाली, कितने लोगों ने शिकायत की। कितने लोगों ने सुविधाजनक तरीके से आवेदन किया। इससे साबित होता है कि वहां लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं। इस साल ज्यादा मतदाता आएंगे। महिलाओं की भागीदारी ज्यादा होगी। चुनाव प्रचार बिना किसी डर के होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे लोकतंत्र के हर पहलू को उजागर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव के दौरान जो नींव रखी गई थी। हम उस पर इमारत बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है। चुनाव कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी को निष्पक्ष रहना है। पक्षपात की शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्यवेक्षकों को अपने फोन नंबर अखबार में प्रकाशित करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि फर्जी खबरों और फर्जी वीडियो को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर में पार्टियों को भरोसा दिया गया है कि सभी को समान सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे, लेकिन वहां की जनता का भरोसा फोर्स से ज्यादा जरूरी है। लोग लोकतंत्र के उत्सव को आगे बढ़ाने का जोश देखने आए हैं, लोग उसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर खतरे पूरी तरह से उनके रडार पर हैं और उनका ख्याल रखा जा रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में जो नींव रखी गई थी। इमारत उससे भी ऊंची होगी।
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