नई दिल्लीः राजस्थान विधानसभा चुनावों के आगे बढ़ने के साथ ही कांग्रेस में चेहरे की लड़ाई भी तेज होती दिख रही है। शुक्रवार को सिकराय में ईआरसीपी को लेकर रखी गई जनसभा में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पार्टी में कोई मतभेद नहीं होने और मिलकर चुनाव लड़ने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि […]
नई दिल्लीः राजस्थान विधानसभा चुनावों के आगे बढ़ने के साथ ही कांग्रेस में चेहरे की लड़ाई भी तेज होती दिख रही है। शुक्रवार को सिकराय में ईआरसीपी को लेकर रखी गई जनसभा में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पार्टी में कोई मतभेद नहीं होने और मिलकर चुनाव लड़ने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि आपस में कोई मनमुटाव है तो उसे भूल जाओ, जिस तरह राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान खोली है उसी तरह हमें भी मोहब्बत की दुकान खोलनी है।
सीएम गहलोत और पायलट के बीच टकराव
राजस्थान कांग्रेस सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच अदावत लगातार जारी है। शुक्रवार यानी 20 अक्टूबर को सिकराय में आयोजित विधानसभा चुनाव में ईआरसीपी जनजागरण अभियान में सचिन पायलट ने कहा आपस में कोई मनमुटाव है तो उसे भुल जाना चाहिए, जिस तरह राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान खोली है। उसी तरह हमे भी मोहब्बत की दुकान खोलनी है। उन्होंने कहा कि एकजुट होकर हम चुनाव लड़ेगे। भाजपा के लोग घबराए हुए है और चिंतित है।
केंद्र सरकार कर रही भेदभाव
सिकराय सचिन पायलट ने कहा कि इस जिले से मुझे सांसद रहने का सौभाग्य मिला है। केंद्र सरकार ईआरसीपी में भेदभाव कर रही है। केंद्र के मंत्रियों ने कहा कि था कि ईआरसीपी को हम राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएंगे। आज प्रदेश के 25 के 25 सांसद भाजपा के है लेकिन केंद्र सरकार हमारे किसानों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो हम डीपीआर में कई वंचित गांवों को भी शामिल करवाएंगे। दोसा में मैं पहली बार 26 साल की उम्र में सांसद चुनकर आया था।