नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी इन दिनों काफी व्यस्त दिखाई दे रहे हैं, वह इस समय पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान को आगे बढ़ने की तैयारी में लगे हुए हैं , बता दें इस वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा के प्लान को दोहरा रहे हैं. वह […]
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी इन दिनों काफी व्यस्त दिखाई दे रहे हैं, वह इस समय पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान को आगे बढ़ने की तैयारी में लगे हुए हैं , बता दें इस वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा के प्लान को दोहरा रहे हैं. वह जहां भी जाते हैं वहां वह दो या तीन दिन रहकर विभिन्न सामाजिक संगठनों से भी संवाद कर रहे हैं। इसके अलावा वह मतदाताओं, युवाओं, महिलाओं, किसानों और एनजीओ के लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं समझ रहे हैं और फिर चुनावी रैलियों में एजेंडा तय कर रहे हैं.
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धरासाई होने के बाद कांग्रेस अब 2023 के चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार है, क्योंकि पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को मिशन-2024 का लॉन्चिंग पैड माना जा रहा है. यही वजह है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी के चुनाव प्रचार का पैटर्न पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मिजोरम और तेलंगाना में तीन-तीन दिन बिताए हैं. इस दौरान जिस तरह उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान जमीनी हकीकत जानने और कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया, उसी तरह उन्होंने तेलंगाना और मिजोरम में प्रचार के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी काम किया। कांग्रेस विभिन्न संगठनों से संवाद कर रही है. वह जीत की अपील करते नजर आ रहे हैं. इसी तरह राहुल गांधी ने भी दो दिनों तक छत्तीसगढ़ में डेरा डाला था और अलग-अलग इलाकों में प्रचार किया था. इसके बाद उन्होंने वहां सामाजिक संगठनों से मुलाकात की.
राहुल गांधी का चुनाव प्रचार कार्यक्रम मध्य प्रदेश में तैयार हो चुका है और राजस्थान में तैयार किया जा रहा है. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 150 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और राजस्थान में सत्ता परिवर्तन का रुख बदलने की कोशिश कर रही है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने कर्नाटक की तरह चुनाव प्रचार की योजना बनाई है, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत वरिष्ठ नेताओं की रैलियां आयोजित करने की योजना बनाई है.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पत्रकारों को बताया कि मल्लिकार्जुन खड़गे मध्य प्रदेश में कुल 22 रैलियों को संबोधित करेंगे, जबकि प्रियंका गांधी छह चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगी और राहुल गांधी रैलियों के साथ छह से अधिक पदयात्राएं निकालेंगे. राहुल 9 नवंबर से पहले चरण के चुनाव प्रचार के लिए एमपी में उतरेंगे और दो दिनों तक डेरा डालेंगे.
राहुल गांधी 9 नवंबर को नई सराय, अशोक नगर, चंदेरी, जबलपुर पूर्व, जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीटों पर पदयात्रा करेंगे। इसके बाद 10 नवंबर को वह सतना में रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद राहुल गांधी का दूसरा दौरा 13 नवंबर को है और वह दो दिनों तक चुनाव प्रचार करेंगे. इस दौरान राहुल गांधी टिमरनी, उदयपुरा, इकबाल नगर और भोपाल की सीटों पर प्रचार करेंगे, जबकि दूसरे दिन 14 नवंबर को विदिशा, राजनगर और खजुराहो में प्रचार करेंगे. जिस दिन राहुल गांधी एमपी में नहीं रहेंगे उस दिन प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार को धार देते नजर आएंगे.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव से जुड़े होंगे. ऐसे में कांग्रेस कोई गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती. इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. दक्षिणी राज्य तेलंगाना से लेकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में तूफानी चुनाव अभियान चलाकर राजनीतिक माहौल बनाने की रणनीति है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने लोकलुभावन वादों की गारंटी दी है और उसी आधार पर सियासी बिसात बिछा रही है. ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि राहुल गांधी का बदला हुआ राजनीतिक पैटर्न कांग्रेस के लिए कितना लाभकारी साबित होता है.
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