नई दिल्लीः मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने एंट्री मार दी है। ओवैसी की पार्टी की एंट्री ‘मध्य प्रदेश का प्रवेश द्वार’ कहे जाने वाले अल्पसंख्यक बहुल बुरहानपुर सीट से हुई है। पार्टी ने यहां कांग्रेस की ओर से अल्पसंख्यकों को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज […]
नई दिल्लीः मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने एंट्री मार दी है। ओवैसी की पार्टी की एंट्री ‘मध्य प्रदेश का प्रवेश द्वार’ कहे जाने वाले अल्पसंख्यक बहुल बुरहानपुर सीट से हुई है। पार्टी ने यहां कांग्रेस की ओर से अल्पसंख्यकों को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पूर्व नेता प्रतिपक्ष नफीस मंशा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी की मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में एंट्री ले ली है। हालांकि पहले एआईएमआईएम ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था लेकिन कांग्रेस ने जब अल्पसंख्यकों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार टिकट नहीं दिया तो पार्टी ने अपना फैसला बदलते हुए चुनाव के मैदान में उतरने का फैसला ले लिया है। ओवैसी ने इसकी शुरुआत दक्षिणी मध्य प्रदेश के महाराष्ट्र सीमावर्ती अल्पसंख्यक बहुल बुरहानपुर विधानसभा सीट से की है।
एआईएमआईएम ने यहां अल्पसंख्यक वर्ग को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज कांग्रेस के संगठन मंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नफीस मंशा खान को अपना उम्मीदवार बनाया है। नफीस मंशा खान ने कांग्रेस पार्टी के फैसले के विरोध में शिकायत लेकर भोपाल गए अल्पसंख्यक नेताओं के ‘अपमान’ के विरोध में यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर के अल्पसंख्यकों ने 2018 के चुनाव में भी निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह को विधायक बनाया था लेकिन वह भी जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। साथ ही उन्होंने कहा कि शहर के विकास और मूलभूत समस्याओं को मुद्दा बनाकर वह जनता के बीच जाएंगे।