नई दिल्लीः राजस्थान चुनाव के लिए एक ओर जहां नेता टिकट ने मिलने से नाराज है और दल बदल रहे है तो दूसरी तरफ राज्य के मंत्री ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। बता दें कि राजस्थान के वन एंव पर्यावरण मंत्री हेमराम चैधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनके […]
नई दिल्लीः राजस्थान चुनाव के लिए एक ओर जहां नेता टिकट ने मिलने से नाराज है और दल बदल रहे है तो दूसरी तरफ राज्य के मंत्री ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। बता दें कि राजस्थान के वन एंव पर्यावरण मंत्री हेमराम चैधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनके इस फैसले से नाराज समर्थकों ने एक सभा का आयोजन कर दिया। सभा में समर्थकों ने मंत्री के पैरों में पगड़ी रख कर रोने लगे लेकिन हेमाराम नहीं माने। वन मंत्री का कहना है कि वह 6 बार के विधायक रह चुके है। सब कुछ देख लिया हूं और अब तनाव से मुक्ति चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी से टिकट मांगा भी नहीं है।
दूसरे को मौका मिले
सचिन पायलट के समर्थक मंत्री में से एक हेमाराम ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते है। उन्होंने कहा कि इस बार मौका किसी और को मिलना चाहिए। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज जिस मुकाम पर हूं, वह सिर्फ गुड़ामालानी की जनता की वजह से हूं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस बात का पूरा अहसास है और इस बात को भूल नहीं सकता। आप लोगों ने मुझे यहां से 6 बार विधायक के रुप में चुनी है। आपने कोई कमी नहीं रखी , इसके लिए आप लोगों का आभारी हूं।
समर्थकों ने पैरों पर रख दी पगड़ी
हेमाराम चौधरी ने कहा कि आप लोगों ने आज चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक रखी। जबकि मैं तो आप लोगों के बुलावे पर जनता दरबार में आया हूं। आने मतलब यह नहीं हुआ कि मैं कोई चुनाव लड़ने के इरादे से यहां उपस्थित हूआ हूं। चौधरी ने कहा कि आप लोग चाहते है कि मैं चुनाव लड़ूं मैं आपकी भावनाओं की कद्र करता हूं। इस दौराम मंत्री के समर्थक भावुक हो गए और उनके पैरों में पगड़ी रखकर फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव लड़ने की शुरुआत 1980 से की। उस समय भी मैं गुड़ामालानी से चुनाव नहीं लड़ना चाहता था। चैधरी ने कहा कि मेरी शरीर थक गई है। इस पद पर रहते हुए आराम की जिंदगी जी रहा हूं या टेंशन में हूं। इसीलिए मैं कह रहा हूं कि मैं तनाव से मुक्ति चाहता हूं।