नई दिल्लीः कांग्रेस की तीनों राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छतीसगढ़ में करारी हार के बाद न सिर्फ झटका लगा है बल्कि इंडिया गठबंधन में कद कम पड़ने लगा है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव परिणाम आने के बाद इंडिया गठबंधन का हिस्सा टीएमसी पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2024 […]
नई दिल्लीः कांग्रेस की तीनों राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छतीसगढ़ में करारी हार के बाद न सिर्फ झटका लगा है बल्कि इंडिया गठबंधन में कद कम पड़ने लगा है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव परिणाम आने के बाद इंडिया गठबंधन का हिस्सा टीएमसी पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बयान जारी किया है। उनके अलावा अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस पर सवाल खड़े किए है।
पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि विचारधारा के साथ – साथ आपको एक रणनीति की भी जरुरत है। उन्होंने कहा कि अगर सीट – बंटवारे की व्यवस्था सही से हुई तो बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी। ममता ने कहा कि विपक्षी गठबंधन अगले साल आम चुनाव से पहले मिलकर काम करेगा और गलतियों को सुधारेगा। बता दें कि इंडिया गठबंधन के कई दलों ने कांग्रेस के खिलाफ ही प्रत्याशी खड़े किए थे। जिसका फायदा बीजेपी को मिला। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे वोटों का विभाजन हुआ है और भाजपा को फायदा पहुंचा। एमपी में कांग्रेस और सपा ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ी थी।
कांग्रेस की हार पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि क्षेत्रिय दलों को उन क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करना चाहिए जहां उनका प्रभाव अधिक है। बता दे कि एमपी चुनाव में सपा ने कई क्षेत्रों में कांग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी को उतार दिया था। इसका सबसे बड़ा कारण था, विधानसभा चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से बात नहीं बन पाना। इसके बाद दोनों दलों में दरार पैदा हो गया था कमनाथ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था छोड़ो अखिलेश – वखिलेश को। अब कांग्रेस की हार पर सपा के एक नेता ने कहा कि अखिलेश यादव के लिए इस्तेमाल किए गए अपमानजनक शब्द ही कांग्रेस की हार का कारण हैं।