चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) को 2014-15 की उसकी वित्त रिपोर्ट में चंदा विसंगतियों का विवरण देने के लिए नोटिस जारी किया है. आप की चुनावी फंडिंग को लेकर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा सतर्क किए जाने के बाद ये नोटिस दिया गया है.
नई दिल्ली. दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) को चुनाव आयोग ने 2014-15 की उसकी वित्त रिपोर्ट में चंदा विसंगतियों का विवरण देने के लिए नोटिस जारी किया है. आम आदमी पार्टी को ये नोटिस केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा सतर्क किए जाने के बाद भेजा गया. दरअसल सीबीडीटी ने इस साल जनवरी में आयोग को पत्र लिखकर आप’ द्वारा आयकर के साथ बताए गए चंदे और आयोग द्वारा बताए गए चंदे में विसंगतियों के बारे में बताया था. आयोग की जानकारी के अनुसार 30 सितंबर, 2015 को ‘आम आदमी पार्टी’ ने 2014-15 की अपनी वास्तविक चंदा रिपोर्ट दाखिल की. आप की पहली रिपोर्ट के अनुसार 2,696 दानदाताओं और कुल 37.4 करोड़ रुपये का दान था वहीं संसोधित रिपोर्ट में 8,264 दानदाताओं और 37.6 करोड़ रुपये के दान की जानकारी थी. आयोग के नोटिस में कहा गया है कि सीबीडीटी के अध्यक्ष ने जनवरी 2018 में ‘आप’ को वित्त वर्ष 2014-15 में मिले फंड की एक रिपोर्ट भेजी है.
नोटिस में सीबीडीटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए ‘आप’ के बैंक खाते में 67.67 करोड़ रुपये भेजे जाने का आरोप लगाया गया था. वहीं पार्टी ने अपने हिसाब ने 54.15 करोड़ रुपये दान से आने वाली आय बताई है. ऐसे में माना गया कि आम आदमी पार्टी ने 13.16 करोड़ रुपयों को अपने खाते में गिना ही नहीं और ये पैसा अज्ञात स्रोत से आता है.
इसके अलावा सीबीडीटी की रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि पार्टी ने संचालकों से 2 करोड़ रुपये की राशि मिली थी जिने भी गलत तरीके से स्वैछिक दान बताया गया. साथ ही कहा गया कि आप ने अपनी वेबसाइट पर भी गलत जानकारी दी है.