नई दिल्लीः छतीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनाव जीतने के बाद भाजपा अब सरकार गठन करने की तैयारी में है। जिसको लेकर भाजपा आलाकमान लगातार बैठक कर रहा है। इसी बीच छतीसगढ़ में सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार रमन सिंह माने जा रहे हैं। वो लगातार 15 साल तक मध्यप्रदेश के सीएम रह […]
नई दिल्लीः छतीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनाव जीतने के बाद भाजपा अब सरकार गठन करने की तैयारी में है। जिसको लेकर भाजपा आलाकमान लगातार बैठक कर रहा है। इसी बीच छतीसगढ़ में सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार रमन सिंह माने जा रहे हैं। वो लगातार 15 साल तक मध्यप्रदेश के सीएम रह चुके है। अब उन्होंने अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा है कि महत्वपूर्ण फाईलों को डेटबैक किया जा रहा है और छूपाया जा रहा है जो कि अनुचित है।
रमन सिंह ने ट्वीट कर अधिकारियों को आगाह करते हुए लिखा। आज कुछ सूत्रों से मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई है कि प्रदेश के कुछ अधिकारी महत्त्वपूर्ण फ़ाइलों को बैक डेट अंकित कर स्वीकृत कर रहे हैं जोकि पूर्णतः अनुचित है। मैं ऐसे सभी अधिकारियों को बताना चाहता हूँ कि आप प्रशासनिक व्यवस्था के हिस्से हैं और जब तक प्रदेश में नई सरकार का गठन नहीं होता तब तक ऐसे किसी भी प्रकार के अनुचित कार्य करने से आप सभी को बचना चाहिए।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में लगातार 15 सालों तक डॉ रमन सिंह ही मुख्यमंत्री रहे हैं। प्रदेश में इस विधानसभा चुनाव हुई रैलियों, सभाओं में भी रमन सिंह का नेतृत्व सबसे अहम रहा हैं। ऐसे में माना जा रहा है डॉ रमन सिंह को प्राथमिकता दिया जा सकता है। हालांकि, पिछली बार बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इस वजह से इस बार के चुनाव में उन्हें चेहरा घोषित नहीं किया गया। वहीं प्रदेश में आदिवासी सीएम की अक्सर मांग होती रही है। इसके अलावा रेणुका सिंह, केदार कश्यप, लता उसेंडी, राम विचार नेताम, विष्णु देव साय इस पद की रेस में शामिल हैं।