नई दिल्ली : पांडवों ने पांच गांव मांगे थे, लेकिन कौरव उनको सुई की नोक के बराबर ज़मीन देने को भी तैयार नहीं हुए. इसी बात पर महाभारत हो गया. क्या कांग्रेस और सपा के बीच भी ऐसे ही हालात बन गए हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव को तो ऐसा ही लगता है. समाजवादी पार्टी […]
नई दिल्ली : पांडवों ने पांच गांव मांगे थे, लेकिन कौरव उनको सुई की नोक के बराबर ज़मीन देने को भी तैयार नहीं हुए. इसी बात पर महाभारत हो गया. क्या कांग्रेस और सपा के बीच भी ऐसे ही हालात बन गए हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव को तो ऐसा ही लगता है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख का गुस्सा सातवें आसमान पर है, उनको लगता है कि कांग्रेस उनके साथ धोखा कर रही है. हाल ही में एमपी के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की बात उनको चुभ रही है. बता दें मध्यप्रदेश में सीट को लेकर कांग्रेस और सपा में ठन गई. नौबत यहाँ तक आ गई अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन से बाहर होने की धमकी तक दे डाली.
म.प्र. में कांग्रेस ने सपा के साथ कर दिया खेल
बता दें कि समाजवादी पार्टी के सूत्रों के द्वारा पता चला है कि सपा प्रमुख तो केवल 5 सीटो पर मान गए थे, लेकिन कांग्रेस ने उन सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी. सीटों के तालमेल को लेकर फार्मुला तय नहीं हो पाया. अब देखना दिलचस्प होगा अब अखिलेश यादव ने कम से कम पचास सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है इतना ही नहीं अब सपा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव लडेगी. इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है.
कानपुर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए कि इंडिया गठबंधन प्रदेश स्तर पर है कि नहीं ! अगर नहीं है तो फिर सपा अपने को गठबंधन से बाहर कर लेगी. जहाँ हम मज़बूत थे बस वही सीटें तो मांगी थीं . इस पर एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में कहा कि अखिलेश यादव नाराज़ हैं. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए है.
सपा और कांग्रेस में हुई तनातनी
सपा एमपी चुनाव के लिए 9 नामों की लिस्ट जारी कर चुकी है. सपा ने शुरुआत से ही कांग्रेस से दस से बारह सीटों की मांग की थी. इस विषय में कमलनाथ और अखिलेश बातचीत की और दोनों नेताओं ने तय किया कि समाजवादी पार्टी के लिए कांग्रेस पांच सीटें छोड़ रही है. लेकिन बाद में कहा गया कि कांग्रेस का एक उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ेगा. लेकिन इस फ़ार्मूले से कांग्रेस बाद मेंं पलट गई, बस यही से बात बिगड़ने लगी .
लोकसभा चुनाव में बिगड़ेगी बात
लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल ही एक-दूसरे के सामने होंगे. अब यह भी देखा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में बात बिगड़ सकती है !