जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने में अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं. जिसे देखते हुए सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच राज्य में सत्ता हासिल करने की जुगत में लगी बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व […]
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने में अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं. जिसे देखते हुए सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच राज्य में सत्ता हासिल करने की जुगत में लगी बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमीन पठान ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. पठान ने आज राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी कांग्रेस की सदस्यता ली है. बता दें कि अमीन पठान बीजेपी में पूर्व सीएम वसुंधरा राज के करीबी थे.
अमीन पठान ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कहा कि मैं पिछले 25 सालों से बीजेपी में काम कर रहा था. मैंने अटल जी के वक्त भाजपा जॉइन की थी. भाजपा में पहले कहा जाता था सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. लेकिन अब पार्टी में सबका साथ नहीं दिखता है. देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को दिल्ली में धरने पर बैठना पड़ता है. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की देश की पहली ऐसी सरकार है जिसनें खिलाड़ियों का ध्यान रखा है. यहां खिलाड़ियों को नौकरी मिली है. हम पूरी कोशिश करेंगे तो यहां पर फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार बने.
गौरतलब है कि राजस्थान में 200 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए एक ही चरण में वोटिंग होगी. 25 नवंबर को राज्य सभी विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इसके बाद 3 दिसंबर को नतीजे सामने आएंगे. मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी जहां राज्य में सत्ता वापसी की कोशिश में जुटी है, वहीं, भाजपा इस बार सरकार बनाने की कोशिश में लगी है.