Ela Bhatt: अहमदाबाद। प्रसिद्ध गांधीवादी और पद्म भूषण से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता इला भट्ट का निधन हो गया। उन्होंने 89 साल की उम्र में अहमदाबाद के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली है। इला ने महिलाओं के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई मुहिमों के लिए महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी […]
अहमदाबाद। प्रसिद्ध गांधीवादी और पद्म भूषण से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता इला भट्ट का निधन हो गया। उन्होंने 89 साल की उम्र में अहमदाबाद के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली है। इला ने महिलाओं के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई मुहिमों के लिए महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी। इला को साल 1977 में रेमन मैग्सेसे और 1986 में राइट लाइवलीहुड अवार्ड भी मिला था।
इला भट्ट के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि इला भट्ट के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने युवाओं के बीच महिला सशक्तिकरण, समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया था, जिसके लिए उन्हें लंबे समय तक याद किया जाएगा। उनके परिवार के सदस्यों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना।
ઇલાબેન ભટ્ટના અવસાનથી દુઃખ થયું. મહિલા સશક્તિકરણ, સમાજ સેવા અને યુવાનોમાં શિક્ષણને આગળ વધારવા માટેના પ્રયાસો માટે તેઓને દીર્ઘકાળ સુધી યાદ રાખવામાં આવશે. તેમના પરિવારજનો તથા પ્રશંસકો પ્રત્યે સંવેદના. ૐ શાંતિ…॥
— Narendra Modi (@narendramodi) November 2, 2022
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इला भट्ट के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि प्रसिद्ध गांधीवादी और सेवा संस्थापक इला भट्ट जी के निधन से बहुत दुखी हूं। पद्म भूषण प्राप्तकर्ता और महिलाओं के अधिकारों की अग्रणी, इला जी ने जमीनी स्तर पर उद्यमिता के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाने में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनकी विरासत हमेशा लोगों को प्रेरित करेगी।
Extremely saddened by the passing away of renowned Gandhian & founder of SEWA, Ela Bhatt ji.
A Padma Bhushan recipient and a pioneer of women's rights, she devoted her life in empowering them through grassroots entrepreneurship.
Her exceptional legacy shall always inspire. pic.twitter.com/OjtQoOeEgj
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 2, 2022
बता दें कि इला भट्ट के प्रसिद्ध गांधीवादी थीं। उन्होंने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए काफी काम किया था। इला ने भारत में एक स्व-नियोजित महिला संघ की स्थापना भी की थी और उसका नेतृत्व किया था। इसके साथ ही उन्होंने साल 1973 में भारत के पहले महिला बैंक की भी स्थापना की थी। 1985 में उन्हें भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म श्री और 1986 में तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण दिया गया था।
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