Kanpur Police Encounter: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने घेरकर गोलियां बरसा दी जिसमें डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं. वहीं इस हमले में सात पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. मामला गुरूवार का है जब कानपुर देहात के शिवली थाना इलाके के बिकरू गांव में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकाश दूबे को पकड़ने के लिए दबिश दी थी, तब यह हादसा हुआ.
Kanpur Police Encounter: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने घेरकर गोलियां बरसा दी जिसमें डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं. वहीं इस हमले में सात पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. मामला गुरूवार का है जब कानपुर देहात के शिवली थाना इलाके के बिकरू गांव में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकाश दूबे को पकड़ने के लिए दबिश दी थी, तब यह हादसा हुआ.
बदमाशों को पुलिस की दबिश की पहले से जानकारी थी. जिसकी वजह से बदमाशों ने पुलिस को ही चारों तरफ से घेरकर फायरिंग कर दी जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. आपको बता दें कि विकास दुबे वही अपराधी है जिसने 2001 में राजनाथ सिंह सरकार में मंत्री का दर्जा पाए संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या की थी. विकास के खिलाफ अलग-अलग थानों में 60 से ज्यादा केस दर्ज है. इस घटना में बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्र, शिवराजपुर के एसओ महेश यादव, दो सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही शहीद हो गए. इसके अलावा सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी और अपर मुख्य सचिव गृह से इस घटना को लेकर बात की है.उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया था जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में गांव तक पहुंची लेकिन वहां जेसीबी मशीन लगी हुई थी तो पुलिस फोर्स को गाड़ी से उतरकर पैदल ही गांव में भीतर जाना पड़ा.
इस बीच घात लगाए बदमाशों ने चारों तरफ से पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया. एस सी अवस्थी के मुताबिक बदमाश ऊंचाई पर थे और दनादन गोलियां चला रहे थे, उन्होंने ये भी बताया कि पुलिस की तरफ से भी फायरिंग हुई लेकिन इस घटना में यूपी पुलिस के आठ जवान शहीद हो गए हैं