Effect Of Drivers Protest: ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल आम जनता को पड़ सकती है भारी, जानें कैसे

नई दिल्ली: देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स का प्रदर्शन चल रहा है. इसकी वजह (Effect Of Drivers Protest) से आम लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हिट एंड रन मामले में 7 लाख जुर्माना और 10 साल की जेल की सजा के प्रावधान को लेकर यह प्रोटेस्ट हो […]

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Effect Of Drivers Protest: ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल आम जनता को पड़ सकती है भारी, जानें कैसे

Manisha Singh

  • January 2, 2024 4:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स का प्रदर्शन चल रहा है. इसकी वजह (Effect Of Drivers Protest) से आम लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हिट एंड रन मामले में 7 लाख जुर्माना और 10 साल की जेल की सजा के प्रावधान को लेकर यह प्रोटेस्ट हो रहा है. इसकी वजह से राजधानी दिल्ली, यूपी, बिहार, गुजरात समेत तमाम राज्यों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पूरी तरह से ठप हो गया है. कोई भी बस ड्राइवर कहीं चलने को तैयार नहीं है.

पेट्रोल- डीजल खरीदने की सीमा तय

देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स के प्रदर्शन के चलते (Effect Of Drivers Protest) चंडीगढ़ में पेट्रोल- डीजल खरीदने की सीमा तय कर दी गई है. इसके अनुसार अब दोपहिया चालक केवल दो लीटर तक तेल खरीद सकते हैं. वहीं, 4 पहिया वाहन चालकों को 5 लीटर तक खरीदने की छूट है. सबसे ज्यादा असर देश में तेल सप्लाई पर पड़ा है. इसकी वजह से कई जगहों पर पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है.

क्यों हो रहा प्रोटेस्ट?

मालूम हो कि संसद में पिछले हफ्ते तीन आपराधिक न्याय विधेयक पारित किए गए. इसके तहत कई कानूनों में बदलाव किए गए. इसी क्रम में भारतीय न्याय संहिता के हिट एंड रन कानून के प्रावधान में भी बदलाव किया गया, जिसके तहत अगर लापरवाही या तेज स्पीड से गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है और आरोपी ड्राइवर पुलिस को सूचना दिए बिना ही मौके से फरार हो जाता है तो उसे 10 साल की जेल हो सकती है या 7 लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. वहीं, अगर वह घटनास्थल से नहीं भागता है तो भी उसे 5 साल की सजा हो सकती है. नए कानून के तहत ये दोनों ही मामले गैर-जमानती हैं यानी केस होने के बाद आरोपी को जमानत नहीं मिलेगी. इसे ही लेकर देशभर में ट्रक और बस चालक हड़ताल कर रहे थे.

आम जनता को होगा नुकसान

जानकारी के मुताबिक, फिलहाल ये प्रोटेस्ट 3 दिन चलने वाला है. अगर जल्द इसे नहीं रोका गया तो आम जनता को इससे भारी नुकसान भुगतना पड़ सकता है. ट्रक चालकों की हड़ताल की वजह से सब्जियां महंगी हो सकती हैं और दूध, दवाइयां और रसोई गैस जैसे घरेलू सामानों की कमी हो सकती है. वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल पंपों पर लगी कतारें देखकर ऐसा लग रहा है कि कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की भी किल्लत हो जाएगी.

क्या आर्थिक संकट आ सकती है? (Effect Of Drivers Protest)

  • फल और सब्जियों की कमी हो जाएगी क्योंकि वो मंडी तक नहीं पहुंच पाएंगे. ऐसे में फल और सब्जियों के दाम बढ़ जाएंगे, जिससे रेस्टोरेंट में खाना-पीना महंगा हो सकता है. नतीजतन महंगाई भी बढ़ जाएगी.
  • दूध और दवाओं की भी कमी हो जाएगी. घरेलू सामान की भी किल्लत हो जाएगी.
  • ट्रक के जरिए ही कंस्ट्रक्शन का सामान और कच्चे माल को लाया जाता है. इनके हड़ताल की वजह से कंस्ट्रक्शन का काम भी रुक जाएगा और इससे फिर रोजगार में भी कमी आ सकती है.
  • इस प्रोटेस्ट की वजह से आयात और निर्यात में भी व्यवधान पैदा हो सकता है.
  • हड़ताल के दौरान ट्रक ड्राइवर्स को भी आर्थिक नुकसान हो सकता है.

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