नई दिल्ली: देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स का प्रदर्शन चल रहा है. इसकी वजह (Effect Of Drivers Protest) से आम लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हिट एंड रन मामले में 7 लाख जुर्माना और 10 साल की जेल की सजा के प्रावधान को लेकर यह प्रोटेस्ट हो […]
नई दिल्ली: देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स का प्रदर्शन चल रहा है. इसकी वजह (Effect Of Drivers Protest) से आम लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हिट एंड रन मामले में 7 लाख जुर्माना और 10 साल की जेल की सजा के प्रावधान को लेकर यह प्रोटेस्ट हो रहा है. इसकी वजह से राजधानी दिल्ली, यूपी, बिहार, गुजरात समेत तमाम राज्यों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पूरी तरह से ठप हो गया है. कोई भी बस ड्राइवर कहीं चलने को तैयार नहीं है.
देशभर में ट्रक और बस ड्राइवर्स के प्रदर्शन के चलते (Effect Of Drivers Protest) चंडीगढ़ में पेट्रोल- डीजल खरीदने की सीमा तय कर दी गई है. इसके अनुसार अब दोपहिया चालक केवल दो लीटर तक तेल खरीद सकते हैं. वहीं, 4 पहिया वाहन चालकों को 5 लीटर तक खरीदने की छूट है. सबसे ज्यादा असर देश में तेल सप्लाई पर पड़ा है. इसकी वजह से कई जगहों पर पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है.
मालूम हो कि संसद में पिछले हफ्ते तीन आपराधिक न्याय विधेयक पारित किए गए. इसके तहत कई कानूनों में बदलाव किए गए. इसी क्रम में भारतीय न्याय संहिता के हिट एंड रन कानून के प्रावधान में भी बदलाव किया गया, जिसके तहत अगर लापरवाही या तेज स्पीड से गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है और आरोपी ड्राइवर पुलिस को सूचना दिए बिना ही मौके से फरार हो जाता है तो उसे 10 साल की जेल हो सकती है या 7 लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. वहीं, अगर वह घटनास्थल से नहीं भागता है तो भी उसे 5 साल की सजा हो सकती है. नए कानून के तहत ये दोनों ही मामले गैर-जमानती हैं यानी केस होने के बाद आरोपी को जमानत नहीं मिलेगी. इसे ही लेकर देशभर में ट्रक और बस चालक हड़ताल कर रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, फिलहाल ये प्रोटेस्ट 3 दिन चलने वाला है. अगर जल्द इसे नहीं रोका गया तो आम जनता को इससे भारी नुकसान भुगतना पड़ सकता है. ट्रक चालकों की हड़ताल की वजह से सब्जियां महंगी हो सकती हैं और दूध, दवाइयां और रसोई गैस जैसे घरेलू सामानों की कमी हो सकती है. वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल पंपों पर लगी कतारें देखकर ऐसा लग रहा है कि कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की भी किल्लत हो जाएगी.
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