नई दिल्ली: पिछले एक साल में खाने के तेल की कीमतों में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है. संसद में सरकार ने लिखित रूप से जवाब देते हुए यह जानकारी दी. खाद्य तेल के दाम संसद में केंद्र सरकार ने खाद्य तेल की कीमतों संबंधित बड़ी जानकारी दी है. जानकारी के अनुसार रिफाइंड पामोलीन […]
नई दिल्ली: पिछले एक साल में खाने के तेल की कीमतों में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है. संसद में सरकार ने लिखित रूप से जवाब देते हुए यह जानकारी दी.
संसद में केंद्र सरकार ने खाद्य तेल की कीमतों संबंधित बड़ी जानकारी दी है. जानकारी के अनुसार रिफाइंड पामोलीन तेल, रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल की कीमतें बीते एक साल के मुकाबले काफी घट गई हैं. खाने के तेल की कीमतें निम्नलिखित फीसदी से घट गयी हैं-
पामोलीन तेल 25 फीसदी
रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल 29 फीसदी
रिफाइंड सोयाबीन ऑयल 19 फीसदी
लोकसभा में सरकार ने लिखित जवाब देते हुए कहा कि एडिबल ऑयल के दाम वैश्विक कीमतों में गिरावट और केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण नीचे आए हैं. साध्वी निरंजन ज्योति, खाद्य एवं उपभोक्ता मामले की राज्यमंत्री ने यह जानकारी लिखित जवाब में दी. साध्वी निरंजन का दावा है कि खाद्य तेल की घरेलू कीमतों पर केंद्रीय सरकार पैनी नजर बनाए हुए है, जिससे की वैश्विक कीमतों में आ रही गिरावट से भारत के सामान्य उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा सके.
क्रूड पामोलीन तेल, क्रूड सनफ्लावर ऑयल और क्रूड सोयाबीन ऑयल की वैश्विक कीमतों में आ रही गिरावट के साथ ही केंद्र सरकार के प्रयासों से सामान्य उपभोक्ताओं को राहत की सांस मिली है. इन तेलों के दामों में बीते एक साल के मुकाबले काफी कटौती देखने को मिली है. खाद्य एवं उपभोक्ता मामले की राज्यमंत्री का केहन है कि खाद्य तेल की कीमतों में पामोलीन तेल 25 फीसदी, रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल 29 फीसदी और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल 19 फीसदी से कटौती हुई है.