नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल के आयात पर एक अहम फैसला लिया है, केंद्र सरकार ने 2 साल के लिए सरकार ने कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी है. सोयाबीन और सूरजमुखी तेल के आयात पर कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी गई है, साथ ही कृषि और बुनियादी शुल्क […]
नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल के आयात पर एक अहम फैसला लिया है, केंद्र सरकार ने 2 साल के लिए सरकार ने कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी है. सोयाबीन और सूरजमुखी तेल के आयात पर कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी गई है, साथ ही कृषि और बुनियादी शुल्क और विकास सेस भी खत्म किया गया है.
सरकार की ओर से बताया गया कि क्रूड सोयाबीन ऑयल और क्रूड सूरजमुखी ऑयल के दो वित्तीय वर्ष (2022-23, 2023-24) के लिए प्रति साल 20 लाख मीट्रिक टन पर आयात ड्यूटी फ्री कर दी है. सरकार ने कहा है कि सीमा शुल्क और कृषि बुनियादी शुल्क और डेवलपमेंट सेस को खत्म कर दिया गया है. यानी इन टैक्सों की अदायगी के बिना खाने के तेल को आयात करने की अनुमति रहेगी, माना जा रहा है कि इससे उपभोक्ताओं को बढ़ती महंगाई में राहत मिलेगी.
यह नियम 31 मार्च 2024 के बाद हर साल के लिए लागू होगा, आसान भाषा में समझें तो हर साल 20 लाख मीट्रिक टन तेल के आयात पर अब कर नहीं देना होगा. बहरहाल, सरकार के फैसले से सोयाबीन और सूरजमुखी तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है. हालांकि, इस राहत के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा, बता दें कि इन तेलों का इस्तेमाल खाना बनाने के अलावा कई अन्य कार्यों के लिए भी किया जाता है.
खाद्य तेल पर आयात शुल्क हटाने के बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि बहुत जल्द खाद्य तेल के दाम कम हो सकते हैं. बता दें केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद खाद्य तेल की कीमत में कमी आ सकती है.