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IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव पर ED ने कसा शिकंजा, दो अन्य लोगों की हुई गिरफ्तारी

नई दिल्ली: IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शादाब खान और प्रवीण चौधरी नाम के दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है और जांच के दायरे में […]

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ED tightens noose on IAS officer Sanjeev Hans and former MLA Gulab Yadav, two others arrested
  • October 19, 2024 4:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शादाब खान और प्रवीण चौधरी नाम के दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है और जांच के दायरे में आने वाले कई पहलुओं पर ईडी की गंभीरता से जांच कर रही है और नजर बनाए हुए है।

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला

जानकरी के मुताबिक, दिल्ली के आनंद निकेतन इलाके में प्रवीण चौधरी के नाम पर एक फ्लैट है, जिसकी कीमत करीब 9.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस फ्लैट में आईएएस अधिकारी संजीव हंस के रहने की बात सामने आई है, जिससे मामले की गंभीरता बढ़ गई है। इसके साथ ही ईडी को साउथ दिल्ली के यूसुफ सराय में भी प्रवीण चौधरी से संबंधित एक और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं, जो मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच को और पुख्ता कर रहे हैं।

ED Money Laundring case, Bihar

ट्रांजिट रिमांड पर पटना ले जाने की तैयारी

पूर्व विधायक गुलाब यादव, शादाब खान और प्रवीण चौधरी की गिरफ्तारी को ईडी की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। इन तीनों आरोपियों को ईडी की टीम ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पटना ले जाने की तैयारी कर रही है। ईडी के चार अधिकारी दिल्ली की कोर्ट से आवश्यक अनुमति लेकर आज शाम तक इन तीनों आरोपियों को पटना रवाना करेंगे।

इस घोटाले में राजनेता हो सकते है शामिल?

बता दें, यह मामला धन शोधन अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है और इसमें कई प्रमुख नामों के होने के संकेत मिल रहे हैं। ईडी की जांच से यह साफ हो रहा है कि इस घोटाले में कई राजनेता और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हो सकते हैं। वहीं जांच एजेंसी अब इन सभी आरोपियों से पूछताछ करेगी, जिससे धन के पीछे का सोर्स, प्रॉपर्टी खरीदी और बाकी पहलुओं का भी खुलासा हो सकेगा।

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