नई दिल्ली. शनिवार सुबह 4.04 बजे अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है. हालांकि इस भूकंप से भारत और चीन में किसी भी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है. यूएस जियोलॉजीकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र भारतीय नगरों पासीघाट और तेजू से 240 किमी दूर चीन के कब्जे वाला तिब्बत था.
बता दें कि इससे पहले 13 नवंबर को ईरान-इराक बॉर्डर पर 7.2 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिसमें 4 सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे. भूकंप रविवार 12 नवंबर की रात 9.18 मिनट पर आया जिसकी गहराई 15 मील बताई गई. इस भूकंप का केंद्र इराकी शहर हलबजा से 31 किलोमीटर दूर था. स्थानीय समयानुसार रात 9.20 बजे आए इस भूकंप के झटके कई इरानी शहरों में भी महसूस किए गए और कम से कम आठ गांव तबाह हो गए.
बता दें कि जिस इलाके में भूकंप आया है, वह अरब और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेट की 1500 किमी फाल्ट लाइन के ही दायरे में आता है. यह बेल्ट पश्चिमी ईरान से लेकर उत्तर-पूर्वी इराक तक फैली है. इस कारण से यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है. इससे पहले 2003 में ईरान में बाम में भयावह भूकंप के चलते यह शहर तबाह हो गया था और तकरीबन 31 हजार लोगों की मौतें हुई थीं. इसी तरह ईरान में दो बड़े भूकंप 2005 और 2012 में आए जिनमें क्रमश: 600 और 300 लोगों की मौत हो गई.
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