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Earthquake: जानिए रेक्टर स्केल पर किस तीव्रता का भूकंप है सबसे ख़तरनाक

Earthquake: मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे आए 5.8 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर से दहशत का बीज बो दिया है। बताया जा रहा है कि लखनऊ के हजरतगंज में भूकंप के चलते घर ढह गया था, जिसमें जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितनी तीव्रता के भूकंप […]

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Earthquake: जानिए रेक्टर स्केल पर किस तीव्रता का भूकंप है सबसे ख़तरनाक
  • January 25, 2023 3:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Earthquake: मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे आए 5.8 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर से दहशत का बीज बो दिया है। बताया जा रहा है कि लखनऊ के हजरतगंज में भूकंप के चलते घर ढह गया था, जिसमें जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितनी तीव्रता के भूकंप में मकान गिरने का ख़तरा रहता है। हर बार की तरह भूकंप जब भी आता है तो अपने साथ दहशत लेकर आता है। भूकंप के झटके चाहे हल्के हों या तेज, लोग फौरन अपने घरों और दफ्तरों से भागने लगते हैं। क्योंकि भूकंप आने पर सबसे पहले दो चीजें प्रभावित होती हैं, एक इमारत और दूसरी इंसानी जिंदगी।

 

रिक्टर स्केल और भूकंप

भूकंपों को मापने और उनके खतरे के अंदाज़ा करने वाले पैमाने को रिक्टर स्केल कहा जाता है। भूकंपीय तरंगों की तीव्रता से पता चलता है कि भूकंप कितना ख़तरनाक था और इसका केंद्र कहाँ था। इसकी खोज अमेरिकी वैज्ञानिक चार्ल्स एफ रिक्टर ने की थी, लिहाज़ा उनके नाम पर इस यंत्र को रिक्टर स्केल का नाम दिया गया। इससे तरंगों की बुनियाद पर भूकंप की तीव्रता और ख़तरे का पता लगाया जाता है।

 

3-4 तीव्रता

जब 3 से 3.9 की तीव्रता वाला भूकंप आता है तो व्यक्ति झटके को अच्छी तरह महसूस कर सकता है। छत के पंखे भी हिलने लगते हैं। दरवाजों और खिड़कियों पर लगे पर्दे भी हिल जाते हैं। घर में अगर कोई पालतू जानवर है तो वह अजीब सी हरकतें करने लगता है। लेकिन ऐसे भूकंप से दीवारें नहीं हिलतीं।

 

4-5 तीव्रता

आपको बता दें,4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर खिड़की के शीशे टूट सकते हैं। मेज के किनारे रखा गिलास फर्श पर गिर सकता है। छत के पंखे जल्दी हिलते हैं, लेकिन इतने भूकंप से भी घर की दीवारों को कोई नुकसान नहीं होता है।

 

5-6 तीव्रता

5-6 की तीव्रता वाला भूकंप कच्चे घर को नुकसान पहुँचा सकता है। अगर दीवारें कमजोर हों तो दरारें आ सकती हैं। भूकंप के बाद अपने घरों की जाँच करनी चाहिए।

 

6-7 तीव्रता

जब भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6 से अधिक होती है तो यह सबसे खतरनाक केटेगरी में आता है। इससे दीवारों में दरार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।यदि घर भूकंप रोधी नहीं है तो इस प्रकार के भूकंप में दूसरी या तीसरी मंजिल बुरी तरह से ख़राब हो सकती है।

 

7-8 तीव्रता

भूवैज्ञानिकों की नजर में जब भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7 से ज़्यादा होती है तो वह विनाशकारी हो जाता है। मज़बूत से मज़बूत घरों के लिए इतना तेज़ भूकंप खतरनाक साबित होता है। 7-8 तीव्रता का भूकंप शर्तिया तौर पर नाशलीला लेकर आएगा.

 

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