नई दिल्लीः मरीजों को भविष्य में अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। घर बैठे ही अस्पताल में रजिस्ट्रेशन होगा और ओपीडी की पर्ची बन जाएगी। निगम के सभी 11 अस्पतालों को ई-अस्पताल प्रणाली में बदलने की तैयारी चल रही है। ऐसा होने के बाद मरीज घर बैठे इनमें से किसी भी अस्पताल में ऑनलाइन ई-पंजीकरण […]
नई दिल्लीः मरीजों को भविष्य में अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। घर बैठे ही अस्पताल में रजिस्ट्रेशन होगा और ओपीडी की पर्ची बन जाएगी। निगम के सभी 11 अस्पतालों को ई-अस्पताल प्रणाली में बदलने की तैयारी चल रही है। ऐसा होने के बाद मरीज घर बैठे इनमें से किसी भी अस्पताल में ऑनलाइन ई-पंजीकरण कर ई-ओपीडी में डॉक्टर से चिकित्सकीय परामर्श ले पाएंगे।
ई-अस्पताल प्रणाली लागू होने के बाद इसमें ई-फार्मेसी को भी शामिल कर लिया जाएगा, जिसके बाद मरीज ऑनलाइन दवा भी खरीद सकेंगे। निगम की ओर से कुछ इस तरीके से व्यवस्था बनाने की तैयारी चल रही है कि मरीज को केवल दवा का डिलिवरी चार्ज भरना पड़े। इसके बाद निगम के अस्पतालों की प्रयोगशालाओं को भी ई-लैब मॉड्यूल में बदल दिया जाएगा। मरीज ऑनलाइन पंजीकरण के बाद तय वक्त पर आकर जांच करा पाएंगे। निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती की ओर से पेश किए गए प्रस्तावित बजट में इस परियोजना को शामिल किया गया है। निगम आयुक्त ने अस्पताल प्रशासन विभाग को परियोजना पर काम करने का आदेश दिया है।
एमसीडी के हिंदूराव अस्पताल में ई-संजीवनी ओपीडी चल रही है। इसमें पिछले महीने तक 2123 रोगियों का इलाज किया गया है। निगम के बड़े अधिकारियों ने जानकारी दी कि ई-अस्पतालों को ई-संजीवनी की तर्ज पर ही चलाने की तैयारी है। यदि ये परियोजना सफल हुई तो अस्पतालों में भीड़ कम हो जाएगी निगम इ-अस्पताल प्रणाली लागू करने के साथ इसका एप भी जारी करेगा। निगम का हिंदूराव अस्पताल सबसे बड़ा है। इसकी ओपीडी में हर दिन हजारों मरीज आते हैं, लेकिन अस्पताल के करीब सभी विभागों की इमारतें बहुत पुरानी और कई जर्जर हालत में हैं। लेकिन इस वित्त साल में निगम इसके आपातकालीन सेवा विभाग, ओपीडी ब्लॉक, नर्सिंग होम और नर्सिंग कॉलेज की इमारत का नवीनीकरण कराएगा। लाजपत नगर स्थित अस्पताल परिसर में एक दो मंजिला इमारत बनाने की भी योजना है।
यह भी पढ़ें – http://Brijesh Tripathi Death: भोजपुरी के दिग्गज अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी का निधन, दिल का दौरा बना कारण