Durga Puja Pandal in Kolkata: एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया पश्चिम बंगाल के सोनागाछी में लगभग 3000 सेक्स वर्कर्स ने पैसा जुटाकर देवी का पंडाल तैयार किया है. पंडाल में मूर्ति स्थापना से लेकर पूजा तक सब कुछ सेक्स वर्कर महिलाओं द्वारा किया जाना है.
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में बड़े स्तर पर मनाए जाने वाला दुर्गा पूजा का त्योहार बुधवार से शुरु हो रहा है. सोमवार को महालया के साथ ही इसकी तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. ऐसे में 10 हजार सेक्स वर्कर महिलाओं का घर और एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में भी दुर्गा पूजा की अलग ही धूम है. यहां भी महिलाएं उतनी ही श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाती हैं. सोनागाछी की संकरी गलियां अभी से सजावट से जगमगा रही हैं. ये सब तैयारियां सोनागाछी सर्वजन दुर्गाउत्सव दावारा की गई है. यहां 3000 से अधिक सेक्स वर्कर महिलाओं ने पैसे जुटाकर देवी मां का पंडाल की सजावट की है जिसमें 6 फीट ऊंची देवी की मूर्ती रखी गई है.
अबिनाश कबिराज मार्ग पर इन महिलाओं ने ये सजावट की है. सोनागाछी सर्वजन दुर्गोस्तव के सदस्यों का कहना है कि उनका पांडल छोटा हो सकता है, लेकिन यहां यौन श्रमिकों के लिए, यह “सामाजिक वर्जित होने से ऊपर उठने के अपने दृढ़ संकल्प का प्रतीक है”.
इस पंडाल में मूर्ती स्थापना से लेकर हर रस्म इन्हीं महिलाओं द्वारा निभाई जाएगी. पंडाल में रखी गई देवी की मूर्ति को भी महिला कलाकार कांची पाल में बनाया है. बता दें कि देशभर की तुलना में पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा अधिक खास होती है. यहां जाने कितने ही पंडाल सजाए जाते हैं जिनकी खूबसूरती की प्रतियोगिता भी होती है.
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