ग्रेटर नोएडा के बिसरख क्षेत्र के गांव रिस्पाल गढ़ी में शरारती तत्वों द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद तनाव का माहौल है. आंबेडकर जयंती से एक दिन पहले इस कृत्य को अंजाम दिया गया है. प्रतिमा की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात थे लेकिन सुबह के वक्त जैसे ही वे घूमने निकले, प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
नोएडा. ग्रेटर नोएडा के गांव रिस्पाल गढ़ी में डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया है. मामला शुक्रवार सुबह सामने आया जब मॉर्निंग वॉक करने निकले लोगों ने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त अवस्था में देखी. यह प्रतिमा गांव के छोटे से पार्क में स्थापित है. प्रशासन 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाने वाला है इससे एक दिन पहले ही इस घटना से लोगों में रोष का माहौल है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है.
अंबेडकर जयंती के चलते प्रतिमा की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात थे. सुबह के वक्त वे घूमने के लिए गए तभी घटना को अंजाम दे दिया गया. मॉर्निंग वॉक पर गए लोगों ने प्रतिमा को देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. फिलहाल प्रतिमा को तिरपाल से कवर करा दिया गया है. प्रशासन ने जल्द ही प्रतिमा बदलने का आश्वासन दिया है.
प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस इसे शांति व्यवस्था भंग करने के इरादे से किया गया कृत्य बता रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. दलित समुदाय की मांग है कि प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने वाले दोषियों का जल्दी पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कर्रवाई की जाए. फिलहाल गांव में प्रतिमा क्षतिग्रस्त किए जाने के मामले को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है. हालांकि पुलिस अधिकारियों के प्रतिमा बदलवाने के आश्वासन के बाद दलित समुदाय थोड़ा शांत है.
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