त्रिपुरा में ब्लादिमिर लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद देशभर में प्रतिमाएं तोड़े जाने का सिलसिला चल रहा है. सोमवार को ही पश्चिम बंगाल में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की नेम प्लेट पर कालिख पोत दी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूर्तियां तोड़े जाने के मामलों की आलोचना कर चुके हैं इसके बाद भी यह सिलसिला रुक नहीं रहा है.
आजमगढ़. त्रिपुरा से शुरू हुआ मूर्तियां तोड़ने का सिलसिला थम नहीं रहा. सोमवार को पश्चिम बंगाल के प्रेजिडेंसी यूनिवर्सिटी में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की नेम प्लेट पर कालिख पोतने का मामला सामने आने के बाद अब यूपी से एक मामला सामने आया है. यूपी के आजमगढ़ में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया है. डॉ. अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मूर्ति को नुकसान पहुंचाने में किन लोगों का हाथ है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मामला मेहनगर थाना क्षेत्र के बछवल गांव का है. स्थानीय लोगों ने पुलिस को गांव में अम्बेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की सूचना दी. यूपी पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और घटना की जांच की जा रही है. डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने से ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है. किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
फिलहाल, पुलिस ने लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए मामला सुलझाने की सफल कोशिश की है. दरअसल एसडीएम ने दूसरी मूर्ति लगवाने का आश्वासन दिया है, जिसके बाद अब तनाव का माहौल शांतिपूर्ण माहौल में तब्दील हो रहा है. मूर्ति तोड़ने का मामला त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद शुरू हुआ जब कुछ लोगों ने ब्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को बुल्डोजर से तोड़ दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूर्तियां तोड़ने की घटनाओं पर नाराजगी जता चुके हैं. वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मेरठ के मवाना में अम्बेडकर की मूर्ति तोड़े जाने पर नाराजगी जताई थी.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में तोड़ी भीमराव आंबेडकर की मूर्ति, मौके पर पहुंची पुलिस