Dr Archana Sharma Case राजस्थान, Dr Archana Sharma Case राजस्थान के दौसा ज़िले में महिला डॉक्टर की मौत मामले में बीजेपी के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ़्तारी पर बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि, मुझे डॉक्टर की मौत पर बेहद दुख […]
राजस्थान, Dr Archana Sharma Case राजस्थान के दौसा ज़िले में महिला डॉक्टर की मौत मामले में बीजेपी के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ़्तारी पर बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि, मुझे डॉक्टर की मौत पर बेहद दुख है. हालांकि जितेंद्र गोठवाल की गिरफ्तरी इस बात का इशारा करती है कि, राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पर्दा डालने का काम कर रही है. मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि जितेंद्र गोठवाल घटनास्थल पर पहुंचे उससे कई घंटे पहले ही एफआईआर 302 के अंतर्गत पुलिस उन्हें गिरफ्तारी कर चुकी थी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी के नेताओ ने अस्पताल संचालकों के ऊपर या अन्य व्यक्तियों को डराने-धमकाने और पैसे की उगाही का घिनोना काम किया हैं तो उनपर शख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जिसकी सरकार सत्ता पर बैठी हुई है, उसमें कई ऐसे नेता है जिन्होंने अनेकों ऐसे कृत्य किए हैं जिनका कांग्रेस सरकार सामना भी नहीं कर पा रही है. उन्होंने आगे बताया कि कांग्रेस के विधायक सरेआम दिन दहाड़े बिजली विभाग के ऑफिस में जाते हैं और कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हैं धमकाते हैं, पिस्टल तानते हैं. लेकिन अभी तक उनकी गिरफ़्तारी नहीं हुई है. इसके साथ ही रामलाल शर्मा ने कहा की कांग्रेस सरकार के एक विधायक के पुत्र पर पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज है. लेकिन पार्टी के विधायक अपने पुत्र का निर्दोष होने का दावा करते हैं और अपने पुत्र को इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर के सामने पेश नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वे सच्चाई जानते है.
रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के कई विधायकों पर प्राकृतिक संपदा को लूटने का आरोप है, लेकिन इसके बावजूद भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि बोजेपी को निष्पक्ष जांच में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन निष्पक्ष जांच के नाम पर विषय को डाइवर्ट करना एकदम गलत और अनुचित है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी खुद इस बात का समर्थन करती है कि हॉस्पिटल मामले में निष्पक्ष जांच हो, यदि पार्टी के नेताओं ने हॉस्पिटल संचालकों को डराने, धमकाने, प्रलोभन और धन प्राप्त की कोई बातचीत कि है तो पुलिस कार्रवाई करे और आरोपियों को शख्त से शख्त सजा मिलनी चाहिए. लेकिन इसके साथ ही सरकार को अपने गिरेबान में भी झांककर देखना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, न कि सिर्फ विपक्ष को टारगेट कर उन्हें निचा दिखाना चाहिए।