नई दिल्ली: पूर्व राज्यसभा सांसद व भाजपा नेता आनंद भास्कर रापोलु ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल को पत्र लिखकर एक मांग की है. आनंद भास्कर रापोलु ने डॉ रमेश पोखरियाल से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जन्मतिथि यानी कि 15 अक्टूबर को नेशनल स्टूडेंट्स कू रूप में मनाने का अनुरोध किया है. आपको बता दें कि आनंद भास्कर रापोलु पत्रकार हैं और वे आंध्र प्रदेश 2012-2018 के बीच राज्यसभा सांसद भी रहे.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में डॉ रमेश पोखरियाल को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री का पदभार मिला है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल को लिखे अपने पत्र में भाजपा नेता वा राज्यसभा के सांसद रहे आनंद भास्कर रापोलु ने लिखा है कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम हमेशा से बच्चों के बीच रहे और बच्चों को काफी पसंद करते थे. एपीजे अब्दुल कलाम ने देश के कई बच्चों के भविष्य को संवारा विज्ञान में किए गए उनके नए-नए विचारों को सराहा. हमारी पार्टी भाजपा ने उन्हें राष्ट्रपति बनाने में अहम भूमिका निभाई. साथ ही केंद्र सरकार ने भी दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर सड़क का नाम भी रखा गया. इसलिए मैं आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि उनकी जन्मतिथि को देशभर में स्टूडेंट्स डे यानी कि विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाए.
इसके आगे आनंद भास्कर रापोलु ने लिखा है कि संयुक्त राष्ट्र संघ पहले ही दिवंगत राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जन्मतिथि को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे घोषित कर चुकी है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की मृत्यु के बाद हमारे देश में उनकी जन्मतिथि को अलग-अलग कॉलेज और विश्वविद्यालयों अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है. जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून को विश्व योग दिवस और 7 अगस्त को नेशनल हैंडलूम बनाने का फैसला लिया गया. मैं निवेदन करता हूं कि ठीक उसी तरह मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जन्मतिथि 15 अक्टूबर को नेशनल स्टूडेंट्स डे मनाए जाने का फैसला लिया जाए.
आपको बता दें कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति रहे थे. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का कार्यकाल 25 जुलाई 2012 से शुरू होकर 25 जुलाई 2007 तक चला था. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम बच्चों के बीच में बहुत लोकप्रिय थे. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को पीपुल्स प्रेसिडेंट कहा जाता है. मिसाइस मैन के नाम से मशहूर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का देश के विज्ञान के क्षेत्र में दिए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था. उनकी मृत्यु 27 जुलाई 2015 को हुई थी.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के चिलकाना इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है।…
हिना खान ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है जिसमें कुछ लिखा हुआ…
शबीना कहती है कि 2009 में उसकी शादी हुई थी। दो साल तक औलाद नहीं…
: उत्तर प्रदेश के एक गांव में 15 साल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म…
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आज यानी 6 जनवरी को ITV नेटवर्क की ओर से…
पंजाब से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पंजाब के रहने…