नई दिल्लीः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया है कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति चुनकर आते हैं तो वह पिछले कार्यकाल की तरह फिर से कुछ मुस्लिम देशों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लागू करेंगे। शनिवार को रिपब्लिकन-यहूदी सम्मेलन को संबोधित हुए ट्रंप ने ये बात कही। ट्रंप ने हमास को पूरी […]
नई दिल्लीः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया है कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति चुनकर आते हैं तो वह पिछले कार्यकाल की तरह फिर से कुछ मुस्लिम देशों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लागू करेंगे। शनिवार को रिपब्लिकन-यहूदी सम्मेलन को संबोधित हुए ट्रंप ने ये बात कही। ट्रंप ने हमास को पूरी तरह से कुचलने और इजरायल के समर्थन की भी बात कही।
सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने पूछा कि ‘क्या आपको यात्रा प्रतिबंध याद है? दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर पहले दिन से फिर से यह यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि हम नहीं चाहते कि वो लोग हमारे देश में आएं जो हमारे देश को बर्बाद करना चाहते हैं। उनकी सरकार के द्वारा लागू किए गए यात्रा प्रतिबंध से अच्छी सफलता मिली थी। उन्होंने कहा कि उन चार सालों के दौरान एक भी घटना नहीं हुई क्योंकि हमने बुरे लोगों को अपने देश से दूर रखा।
जानकारी दें दे कि डोनाल्ड पार्टी की तरफ से फिर से राष्ट्रपति पद की रेस में है और फिलहाल रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से सबसे आगे चल रहे हैं। बता दें कि साल 2017 में ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ईरान, लीबिया, सोमालिया, सीरिया, यमन, इराक और सूडान से लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि बाद में इराक और सूडान से यह प्रतिबंध हटा लिए गए है।
ट्रंप ने अपने भाषण के दौरान हमास के खिलाफ लड़ाई में इजरायल का खुलकर किया समर्थन। उन्होंने हमास को तबाह करने की बात कही। ट्रंप ने जो बाइडन पर ईरान का तुष्टीकरण करने का भी आरोप लगाया। आगे ट्रंप ने कहा कि हर इजरायली और अमेरिकी नागरिक की तरफ से हम हमास के बर्बर हमले के खिलाफ 100 प्रतिशत इजरायल के साथ है। ट्रंप ने जो बाइडन पर एक कमजोर राष्ट्रपति होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी कमजोरी की वजह से उनका देश इस हालात में आ गया है। साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह शांति बहाल करेंगे और तीसरा विश्व युद्ध होने से रोकेंगे।
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के यात्रा पर प्रतिबंध लागू के वादे की विरोध किया है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि हमें इस नफरत के खिलाफ साथ आने की जरूरत है। व्हाइट हाउस ने ट्रंप पर इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।