नई दिल्लीः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार सुबह न्यूयॉर्क शहर के लोअर मैनहट्टन में एक कोर्ट में पहुंचे। जहां उनके खिलाफ दीवानी मुकदमे में सुनवाई होगी। न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल द्वारा लाए गए इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि ट्रंप, उनके बेटे, उनके व्यवसाय और ट्रम्प संस्था के अधिकारी धोखाधड़ी की गतिविधियों […]
नई दिल्लीः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार सुबह न्यूयॉर्क शहर के लोअर मैनहट्टन में एक कोर्ट में पहुंचे। जहां उनके खिलाफ दीवानी मुकदमे में सुनवाई होगी। न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल द्वारा लाए गए इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि ट्रंप, उनके बेटे, उनके व्यवसाय और ट्रम्प संस्था के अधिकारी धोखाधड़ी की गतिविधियों में शामिल थे। निजी चैनल के अनुसार, ट्रंप को अटॉर्नी जनरल और बचाव पक्ष दोनों के लिए एक संभावित गवाह के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। हालांकि, यह अभी तय नहीं है कि उन्हें गवाही देने के लिए बुलाया जाएगा या नहीं।
कोर्ट में पेश होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि न्यूयॉर्क में शुरू हो रहे दीवानी धोखाधड़ी का मुकदमा एक दिखावा है। उन्होंने इस मुकदमे को लाने वाले अटॉर्नी जनरल को हॉरर शो करार दिया। मुकदमे को घोटाला करार देते हुए उन्होंने कहा कि प्रभारी न्यायाधीश एक दुष्ट न्यायाधीश है।
इससे पहले छह जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल पर हमले में कथित भूमिका के आधार पर ट्रंप को आगामी वर्ष के मतदान से बाहर करने के कई प्रयास किए गए हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इन चुनौतियों में से एक पर विचार करने से मना कर दिया और रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए कम प्रसिद्ध प्रत्याशी जॉन एंथनी कास्त्रो की अपील को खारिज कर दिया। कास्त्रो का मामला 14वें संशोधन के प्रावधान के तहत था। यह प्रावधान किसी भी अमेरिकी अधिकारी को अयोग्य घोषित करता है, जो विद्रोह में शामिल हो या विद्रोहियों को मदद या शरण प्रदान करता है।