नई दिल्ली : दिवाली कब मनाई जाएगी, इसे लेकर लोगों में काफी असमंजस की स्थिति है। अभी तक दिवाली की सही तारीख पर आम सहमति नहीं बन पाई है। कुछ लोगों का मानना है कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी और कुछ का मानना है कि 1 नवंबर को दिवाली मनाना सही रहेगा। दिवाली […]
नई दिल्ली : दिवाली कब मनाई जाएगी, इसे लेकर लोगों में काफी असमंजस की स्थिति है। अभी तक दिवाली की सही तारीख पर आम सहमति नहीं बन पाई है। कुछ लोगों का मानना है कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी और कुछ का मानना है कि 1 नवंबर को दिवाली मनाना सही रहेगा।
दिवाली का त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है और कुछ जगहों पर इस दिन माता काली की भी पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार दिवाली की सही तिथि और शुभ मुहूर्त क्या होना चाहिए, आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं।
इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे और इस खुशी में सभी अयोध्यावासियों ने दीप जलाए थे। दिवाली के दिन लोग अपने घरों को दीयों, रंगोली आदि से सजाते हैं।
भगवान राम वनवास से कार्तिक मास की अमावस्या के दिन आए थे। हिन्दू इसी दिन को ही दिवाली का त्यौहार मानते है। अब आप तारीख पर ध्यान दें, इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3:52 बजे से शुरू होगी। यह तिथि अगले दिन यानी 1 नवंबर को शाम 6:16 बजे तक रहेगी इसलिए दिवाली 31 अक्टूबर की रात को मनाई जाएगी। दिवाली की पूजा प्रदोष काल के बाद की जाती है। इस बार लक्ष्मी पूजन, काली पूजन और निशीथ काल पूजा 31 अक्टूबर की रात को की जाएगी। 31 अक्टूबर को मध्यरात्रि की पूजा भी की जाएगी। हालांकि अमावस्या से जुड़े कुछ कर्म 1 नवंबर को किए जाएंगे। 1 नवंबर की सुबह दान और पितृ कर्म करना उचित रहेगा।
यह भी पढ़ें :
आखिर क्यों मनाई जाती है छोटी दिवाली-फिर बड़ी दिवाली, जानिए पौराणिक कथाओं में छिपा महत्व