नई दिल्ली: डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस (DMK MP DNV Senthilkumar) के हिंदी पट्टी के प्रदेशों को गौमूत्र राज्य बताने वाले बयान पर पूरे देश में सियासी बवाल मच गया है। तब जाकर डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने पहले भी इसका इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि यह कोई […]
नई दिल्ली: डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस (DMK MP DNV Senthilkumar) के हिंदी पट्टी के प्रदेशों को गौमूत्र राज्य बताने वाले बयान पर पूरे देश में सियासी बवाल मच गया है। तब जाकर डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने पहले भी इसका इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि यह कोई विवादित बयान नहीं था। साथ ही डीएमके सांसद ने कहा कि वे आगे से इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे।
सेंथिलकुमार ने लोकसभा में हिन्दी पट्टी के प्रदेशों को गौमूत्र राज्य बताने वाली टिप्पणी पर एक बयान जारी कर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि मैंने गृह मंत्री और बीजेपी के सदस्यों की मौजूदगी में सदन के अंदर कुछ बयान दिया था। आगे डीएमके सांसद ने कहा कि उन्होंने पहले भी अपने संसदीय भाषणों में इसका इस्तेमाल किया है और यह कोई विवादित बयान नहीं था। उन्होंने कहा कि अगर यह किसी को आहत करता है तो मैं अगली बार इसका इस्तेमाल नहीं करुंगा। इसके बजाय किसी अन्य शब्द का इस्तेमाल करूंगा।
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डीएमके सांसद सेंथिलकुमार (DMK MP DNV Senthilkumar) ने लोकसभा में कहा था कि इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि इस बीजेपी की ताकत केवल हिंदी पट्टी के राज्यों में चुनाव जीतना है। आगे सेंथिलकुमार ने कहा कि इन प्रदेशों को हम आम तौर पर ‘गौमूत्र’ राज्य कहते हैं। बता दें कि हाल ही में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 3 राज्यों में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। यह तीनों राज्य हैं- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़। यह तीनों राज्य हिंदी पट्टी के राज्य हैं। इन्हें ही लेकर डीएमके सांसद ने यह टिप्पणी की थी।