Diwali in Ram Janmabhoomi Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसले से पहले संत समाज और विश्व हिंदू परिषद ने अधिग्रहित जमीन के रिसीवर मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र को पत्र लिखकर विवादित जमीन पर दिवाली दिये जलाकर त्योहार मनाने की इजाजत मांगी है.
अयोध्या. राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है जो इस सप्ताह के अंत तक पूरी हो जाएगी. अयोध्या मामले पर अदालत 17 नवंबर को फैसला सुनाएगी. सुरक्षा के मद्देनजर अयोध्या में धारा 144 लागू कर दी गई है. इस बीच खबर है कि संत समाज और विश्व हिंदू परिषद विवादित जमीन पर दिये जलाकर दिवाली मनाने की तैयारी कर रहा है.
इस संबंध में अधिग्रहित जमीन के रिसीवर मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र को पत्र लिखकर त्योहार मनाने की अनुमति मांगी गई है. दूसरी ओर बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि अगर विवादित परिसर में दिवाली मनाने दी जाती है जो मुस्लिम लोग भी वहां नमाज पढ़ने की अनुमति मंडलायुक्त से मांगेंगे.
रिसीवर मंडल आयुक्त मनोज कुमार मिश्र से पत्र में कहा गया कि ”अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि के साथ-साथ सामाजिक, धार्मिक जीवन मूल्यों को सरंक्षित प्रदान करने वाली नगरी के रूप में सुविख्यात है. जिस दीपावली महोत्सव का कार्यक्रम अयोध्या सहित सम्मपूर्ण विश्व में यहां तक कि मुस्लिम राष्ट्र भी श्रीरामलीला मंचन, विजयदशमी और दीप जलाकर मनाते रहे हैं. वहीं अयोध्या स्थित रामलाल जन्मभूमि परिसर में धूमधाम से दीप प्रज्जवलित न हो पाना हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर चोट और दुख पहुंचाने वाला है.”
पत्र में आगे कहा ”रिसीवर मंडल आयुक्त से निवेदन है कि इस साल धार्मिक एवं सांस्कृतिक जीवनमूल्यों, परंपराओं को संरक्षण प्रदान करते हुए भगवान राम की भावनाओं को सम्मान देते हुए राम जन्मभूमि, रामलला विग्रह सम्मुख, शिलान्यास स्थल सहित राम जन्मभूमि परिसर में 27 अक्टूबर दीपावली के मौके पर सान्घ्य वेला में हजारों की संख्या में दीपक जलाने और गणेश भगवान, लक्ष्मी मां सहित हनुमान जी के पूजन के लिए अनुमति प्रदान की जाए.”