नई दिल्ली: धनतेरस के मौके पर हर साल देशभर में करोड़ों का कारोबार होता है। इस साल अनुमान लगाया जा रहा है कि धनतेरस पर भारत में 50,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो सकता है। बता दें कि इस साल धनतेरस कल यानी 10 नवंबर को है। वोकल फॉर लोकल को मिल रही […]
नई दिल्ली: धनतेरस के मौके पर हर साल देशभर में करोड़ों का कारोबार होता है। इस साल अनुमान लगाया जा रहा है कि धनतेरस पर भारत में 50,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो सकता है। बता दें कि इस साल धनतेरस कल यानी 10 नवंबर को है।
ट्रेडर्स का कहना है की इस साल लोग वोकल फॉर लोकल पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। इसके तहत भारत की जनता अपने देश में बने हुए सामानों की ज्यादा खरीदारी कर रही है। एक अनुमान के मुताबिक, इसके चलते चीन को करीब 1 लाख करोड़ के कारोबार का नुकसान हो सकता है।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि धनतेरस के मौके पर आज और कल में देश में लगभग 50 हजार करोड़ रुपए के रिटेल व्यापार का अनुमान है। साथ ही खंडेलवाल ने ये भी बताया कि इस साल लोग भारत में बनी वस्तुओं की ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं।
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ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने कहा कि देश भर के ज्वेलरी व्यापारियों में धनतेरस की बिक्री को लेकर बहुत उत्साह है। ज्वेलरी व्यापारियों ने इसके लिए सोने -चांदी, डायमंड के नए डिजाइन के गहने के साथ अन्य कई वस्तुओं का प्रचुर मात्रा में स्टॉक रखा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल देश में आर्टिफिशियल ज्वेलरी की भी मांग बढ़ी है।