कोलकाता/नई दिल्ली: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-दुष्कर्म मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है. इस मामले को लेकर देश में डॉक्टर्स लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून लाने की मांग कर रहे हैं. इस बीच सियासी गलियारों […]
कोलकाता/नई दिल्ली: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-दुष्कर्म मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है. इस मामले को लेकर देश में डॉक्टर्स लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून लाने की मांग कर रहे हैं. इस बीच सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम ममता इस केस को लेकर अपने ही घर में घिर गईं हैं. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बता दें कि कोलाकाता रेप केस पर जब पूरे देश में हंगामा हुआ. सभी राजनीतिक दलों ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी. इस दौरान ममता के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी पूरी तरह से चुप्पी साधे रहे. अभिषेक की इस चुप्पी के कई मतलब निकाले जा रहे हैं. कई लोगों का कहना है कि अभिषेक अपनी बुआ ममता से नाराज चल रहे हैं. वह किसी भी वक्त कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
सियासी गलियारों की चर्चाओं की मानें तो अभिषेक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के पुराने नेताओं से परेशान हैं. वह चाहते हैं कि टीएमसी में युवा नेताओं को आगे बढ़ाया जाए, लेकिन ममता का भरोसा अभी पुराने नेताओं पर है. लोकसभा चुनाव के वक्त भी ममता और अभिषेक के बीच तकरार सामने आई थी. उस वक्त भी बताया गया कि अभिषेक की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से नहीं बन रही है. इस दौरान काफी दिनों तक अभिषेक टीएमसी की बैठकों से दूर नजर आए. हालांकि चुनावी नतीजे के बाद वह फिर से पार्टी में सक्रिय हो गए.