नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. भाजपा के शीर्ष नेताओं की कई दौर की बैठक के बाद अब मोदी कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. बताया जा रहा है कि रविवार को अजित पवार के साथ बगावत करने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस […]
नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. भाजपा के शीर्ष नेताओं की कई दौर की बैठक के बाद अब मोदी कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. बताया जा रहा है कि रविवार को अजित पवार के साथ बगावत करने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद अजित पवार को मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कल (2 जुलाई) शरद पवार का साथ छोड़ दिया और अजित पवार के साथ एनडीए में जा मिले. इस बीच अब वह मोदी सरकार में संभावित मंत्रियों के दावेदारों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं. अजित पवार के शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद चर्चा यह भी है कि बीजेपी के प्रमुख नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को भी केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन फडणवीस के करीबी लोगों ने कहा है कि वह अभी राज्य की ही राजनीति करना चाहते हैं.
इसी बीच अब प्रफुल्ल पटेल ने एक बड़ा दावा किया है, उन्होंने कहा है कि पिछले साल जब महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार गिर रही थी, उस वक्त NCP के 54 विधायकों में से 51 विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने की बात कही थी.
मीडिया से बातचीत में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने शिवसेना के टूटने के बाद महाराष्ट्र में बने सियासी हालात का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त हमारे पास एक मौका था, लेकिन पार्टी लीडरशिप ने सही वक्त पर फैसला नहीं लिया. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने मौके को भुनाते हुए देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना ली.
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