छतरपुर: बागेश्वर के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री फिर से चर्चा में हैं। हर बार की तरह इस बार भी उनका एक बयान चर्चा में है। बयान शिरडी के साईं बाबा से संबंधित है। मामला मुंबई पुलिस तक पहुंच गया। शिवसेना पार्टी के नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे, युवा सेना और आदित्य ठाकरे के नजदीकी राहुल कनल ने […]
छतरपुर: बागेश्वर के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री फिर से चर्चा में हैं। हर बार की तरह इस बार भी उनका एक बयान चर्चा में है। बयान शिरडी के साईं बाबा से संबंधित है। मामला मुंबई पुलिस तक पहुंच गया। शिवसेना पार्टी के नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे, युवा सेना और आदित्य ठाकरे के नजदीकी राहुल कनल ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ बांद्रा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। राहुल कनाल ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री पहले भी इस तरह की बयानबाजी कर चुके हैं, उनकी समझदारी ठीक नहीं है।
बता दें कि, इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री ने शिरडी साई बाबा को लेकर विवादित बयान दिया था। एक कार्यक्रम के दौरान जब बागेश्वर धाम से सवाल पूछा गया कि साईं बाबा की पूजा करनी चाहिए या नहीं? इस पर उन्होंने कहा कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता है। इसके साथ ही उन्होंने साई बाबा को भगवान मानने से साफ़ मना कर दिया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा साई बाबा संत-फ़कीर हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं।
जबलपुर के पनागर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री का श्रीमद्भागवत कथा के आखिरी दिन बागेश्वर सरकार का लोगों से संवाद चल रहा था। इसी दौरान उनसे साई बाबा की पूजा-आराधना को लेकर सवाल पूछा गया। जिसके जवाब में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईं बाबा को भगवान मानने से साफ मना कर दिया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- हमारे धर्म में शंकराचार्य ने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया है। उनकी बात मानना अनिवार्य है। शंकराचार्य की बात मानना हर सनातनी का धर्म है क्योंकि वो अपने धर्म के प्रधानमंत्री हैं। जिसके बाद कथा में मौजूद लोगों ने उनके लिए तालियां बजाई।
आपको बता दें,इस मामले पर शिवसेना नेता राहुल कनाल ने सोमवार 3 अप्रैल को मामला दर्ज करवाया था। राहुल ने अपनी शिकायत में लिखा, बाबा बागेश्वर धाम सरकार का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वायरल वीडियो में वह एक भक्त के सवाल का जवाब दे रहे हैं। भक्त ने सवाल पूछा कि शिरडी के साईं बाबा की पूजा अन्य हिंदू देवी-देवताओं के साथ की जाती है। यह प्रश्न बहुत ही सरल था। लेकिन इस प्रश्न के उत्तर में बाबा ने जो कुछ कहा वह बुरी नीयत से कहा गया था। उनका इरादा साईं बाबा के सम्मान को ठेस पहुंचाने का था। इसके साथ ही उन्होंने साईं भक्तों को भी चोट पहुंचाई है।
ऐसे में बागेश्वर बाबा की बातों को नकारने या उनकी निंदा करने से काम नहीं चलेगा। क्योंकि यह सोची समझी हरकत है। बागेश्वर बाबा खिलाफ क्रिमिनल एक्शन 153-A के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। इसके साथ ही संविधान के तहत जो भी कार्रवाई उचित लगे, ऐसी कार्रवाई की जानी चाहिए। बागेश्वर धाम बाबा का यह बयान भी धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश है। क्योंकि साईं बाबा को मानने वाले अलग-अलग जाति, अलग-अलग धर्म के लोग हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आगे कहते हैं चाहे कोई भी संत हो गोस्वामी तुलसीदास हो.. सूरदास हो, ये सभी संत है, महापुरुष हैं या कोई युग पुरुष और कल्प पुरुष हैं..लेकिन इनमें से कोई भगवान नहीं है। हम किसी को भावना को ठेस नहीं पहुंचा रहे हैं, लेकिन कह सकते हैं कि साई बाबा संत हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कई लोग इसे कंट्रोवर्सी में ले लेंगे। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर में मैं चक्र लगाकर कहूं कि मैं ही शंकराचार्य हूं तो मैं बन जाऊंगा? नहीं बन सकता।
आपको बता दें, बागेश्वर धाम के बाबा अपनी स्पष्ट भाष्य के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि इस मामले में प्रशासन की तरफ से क्या कदम उठाए जाते हैं।