नई दिल्ली. धनतेरस ( Dhanteras ) का त्यौहार आने को है, ऐसे में मार्केट में अभी से भीड़ हो गई है. खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ मार्किट में उमड़ रही है. कहा जाता है कि धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदने से लक्ष्मी जी की कृपा होती है. दीपावली के दो दिन पहले धनतेरस का […]
नई दिल्ली. धनतेरस ( Dhanteras ) का त्यौहार आने को है, ऐसे में मार्केट में अभी से भीड़ हो गई है. खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ मार्किट में उमड़ रही है. कहा जाता है कि धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदने से लक्ष्मी जी की कृपा होती है. दीपावली के दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार धूम-धाम से मनाया जाता है. देशभर में धनतेरस और दीपावली की अलग ही धूम देखने को मिलती है.
शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी (Lord Dhanvantari)प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है. धन और वैभव देने वाली देवी इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है. धनतेरस के दिन पीतल खरीदने की विशेष मान्यता है. भगवान धनवंतरी को भगवान विष्णु का ही एक रूप माना जाता है. इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें अश्त्र-शस्त्र और अमृत कलश होता है. अमृत कलश पीतल की धातु का बना होता है, इसलिए यह मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी का प्रिय पीतल धातु खरीदना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई कोई भी वस्तु शुभ फल प्रदान करती है और लंबे समय तक चलती है. लेकिन अगर भगवान की प्रिय वस्तु पीतल की खरीदारी की जाए तो इसका लाभ तिगुना हो जाता है.
धनतेरस के दिन, पीतल, सोना, चांदी, झाड़ू और साबुत धनिया खरीदने की विशेष मान्यता है.