Dhananjay: 28 साल बाद JNU छात्र संघ के दलित अध्यक्ष बने धनंजय, जानें उनके बारे में

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के नतीजे जारी हो गए हैं। इन चुनावों मे लेफ्ट गठबंधन की जीत हुई. रविवार देर रात घोषित नतीजों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर लेफ्ट उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. BAPSA को महासचिव का पद मिला है. शुक्रवार को हुए मतदान में 73 […]

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Dhananjay: 28 साल बाद JNU छात्र संघ के दलित अध्यक्ष बने धनंजय, जानें उनके बारे में

Tuba Khan

  • March 25, 2024 1:38 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 months ago

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के नतीजे जारी हो गए हैं। इन चुनावों मे लेफ्ट गठबंधन की जीत हुई. रविवार देर रात घोषित नतीजों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर लेफ्ट उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. BAPSA को महासचिव का पद मिला है. शुक्रवार को हुए मतदान में 73 फीसदी वोट पड़े थे.

धनंजय ने जीता चुनाव

बिहार के पीएचडी छात्र धनंजय ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष चुनाव जीता है। जेएनयूएसयू के केंद्रीय पैनल के अध्यक्ष पद के लिए आठ उम्मीदवारों ने प्रतिस्पर्धा की थी। इन प्रत्याशियों में धनंजय ने जीत हासिल की. उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उमेश चंद्र अजमीरा को 922 वोटों के अंतर से हराया।

धनंजय के बारे में

जेएनयूएसयू के नवनिर्वाचित अध्यक्ष स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स से पीएचडी कर रहे हैं। वह बिहार के गया जिले से हैं. धनंजय 1996 के बाद से जेएनयू छात्र संघ के पहले दलित अध्यक्ष हैं। बत्ती लाल बैरवा ने 1996 में जीत हासिल की थी।

ये मुद्दे होंगे मुख्य एजेंडे में

जीत के बाद धनंजय की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा: “…अगर किसी ने फीस वृद्धि के खिलाफ लड़ाई लड़ी, तो वह वामपंथी हैं। “यह वामपंथ ही हैं। जिसने सभी के लिए छात्रावास उपलब्ध कराया, और यही कारण है कि छात्रों ने हम पर भरोसा किया…”

धनंजय ने यह भी कहा कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में उनकी मुख्य चिंताएं कैंपस में महिलाओं की सुरक्षा, फंडिंग में कटौती, छात्रवृत्ति में वृद्धि, बुनियादी ढांचे और जल संकट होंगे।

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