गांधीनगर। गुजरात में हिंदुत्व के नाम पर भाजपा करीब 27 वर्षों से विराजमान है, गुजरात में भाजपा का कोई दूसरा विकल्प दूर-दुर तक नज़र नहीं आता है। लेकिन शायद अब हालात किसी और तरफ इशारा कर रहे हैं। गुजरात में भाजपा को टक्कर देने दूसरा हिंदूवादी संगठन ज़मीन पर उतर चुका है। और इसका दावा […]
गांधीनगर। गुजरात में हिंदुत्व के नाम पर भाजपा करीब 27 वर्षों से विराजमान है, गुजरात में भाजपा का कोई दूसरा विकल्प दूर-दुर तक नज़र नहीं आता है। लेकिन शायद अब हालात किसी और तरफ इशारा कर रहे हैं। गुजरात में भाजपा को टक्कर देने दूसरा हिंदूवादी संगठन ज़मीन पर उतर चुका है। और इसका दावा है कि, वह विधानसभा चुनावों मे सभी 182 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
गुजरात के पूर्व आईपीएस डीजी वंजारा ने मंगलवार को प्रजा विजय पक्ष नाम की पार्टी को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा कर दी है, उन्होने ने कहा कि, लोहा लोहे को काटता है, इसलिए हिंदुत्व ही हिंदुत्व को काटेगा। भाजपा के हिंदुत्व का ज़ोर समस्त गुजरात में देखने को मिलता है इसी कारण कोई दूसरा राजनीतिक दल गुजरात में भाजपा का विकल्प नहीं बन पा रहा है। 27 वर्षों से सत्ता पर आसीन भाजपा को उखाड़ने का समय आ गया है यह कहते हुए डीजी वंजारा ने प्रजा विजय पक्ष नाम की पार्टी को लॉन्च किया है,और उम्मीद यह की जा रही है कि, वह गुजरात की सभी 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
वंजारा ने कहा कि, जब कोई पार्टी लगातार सत्ता में रहती है तो वह सत्ता की परिक्रमा करने लगती है और भ्रष्टाचार बढ़ने लगता है। गुजरात मे पहले कांग्रेस ने लगातार आसीन रहते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। अब यह काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है। उन्होने कहा कि, गुजरात मे सामान्य वर्ग की दशा बहुत निम्न होती जा रही है। भाजपा के द्वारा सिर्फ पूंजीपतियाों एवं व्यवसायियों की बात की जाती है, जिसके चलते सामान्य वर्ग को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होने कहा कि अमेरिका की तरह यहां भी द्विदलीय पद्धति होनी चाहिए जिससे एक पार्टी को अधिक समय तक सत्ता में रहने और भ्रष्टाचार करने का मौका न मिले।
वंजारा अपने बयानों मे शायद भारतीय संविधान से नाखुश नज़र आ रहे थे। उन्होने कहा कि देश एवं प्रदेश के भीतर धार्मिक कानून भी होना चाहिए, और यह करने का सामर्थ्य केवल प्रजा विजय पक्ष में ही। केवल भाजपा ही देश एवं प्रदेश का कल्याण नहीं कर सकती यह हम भी कर सकते हैं। अतं मे उन्होने यही कहा कि, धर्म सत्ता को क्षेत्र में लाना होगा।