नई दिल्ली: सात साल पहले 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने ऐलान किया था जिसमें पुराने 500 और 1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था. इस एक ऐलान ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. इस नोटबंदी के फैसले के करीब सात साल बाद एक बार फिर RBI […]
नई दिल्ली: सात साल पहले 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने ऐलान किया था जिसमें पुराने 500 और 1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था. इस एक ऐलान ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. इस नोटबंदी के फैसले के करीब सात साल बाद एक बार फिर RBI का फरमान आया है जहां 2000 के नोटों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है.
दरअसल शुक्रवार को RBI ने ऐलान किया है कि बाजार में चल रहे 2000 रुपए के सभी नोटों को वापस लिया जाएगा. ऐसे में कई सारे लोगों को लग रहा होगा कि नोटों का चलन बंद हो रहा है हालांकि ऐसा नहीं है. बता दें, बाजार में 2000 के नोट चलन में रहेंगे जिन्हें 30 सितंबर 2023 तक बैंको को वापस किया जा सकता है. अब RBI 2000 के नोटों को नहीं छापेगा और पुराने सभी नोटों को बैंकों की मदद से वापस भी ले लेगा. एक बार फिर इस तरह के फैसले ने लोगों को हिलाकर रख दिया है. जिसके बाद जनता की आँखों के सामने 2016 की नोटेबंदी आ गई है. आइए जानते हैं कि ये फैसला क्यों लिया गया है.
जानकारी के अनुसार नकली नोट, बड़े नोटों की जमाखोरी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. पिछले डेढ़ सालों में बड़ी तादाद में पकड़े गए नोट के मद्देनजर 2000 रुपए के नोट को वापस लेने का फैसला लिया गया है. वित्त राज्य मंत्री ने संसद में 2000 के नोट का प्रचलन कम करने पर पहले भी बयान दिया था. वहीं वित्त मंत्रालय ने कहा है कि इस फैसले को लेकर आम जनता को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
इसके बाद लोकसभा में 2021 में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी दी थी कि पिछले दो साल से 2000 रुपए के नोट नहीं छापे गए हैं. इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि ATM में भी अब 2000 के नोट भरने या ना भरने के लिए बैंकों को निर्देश नहीं दिए गए हैं. कैश वेंडिंग मशीनों को लोड करने के लिए बैंक अपनी पसंद से नोट चुनते हैं. वित्त मंत्री ने कहा था कि RBI की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार साल 2019-20 के बाद से 2000 रुपये के नोट नहीं छापे गए हैं.
सोनिया से बातचीत के बाद डिप्टी CM बनने के लिए तैयार हुए डीके शिवकुमार, कहा- पार्टी हित….
कर्नाटक: आज शाम बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक, CM के लिए सिद्धारमैया के नाम पर लगेगी मुहर