संभल के बाद अब वाराणसी में भी मुस्लिम बहुल इलाके में मंदिर खोलने का मामला सामने आया है। दशकों से बंद पड़े इस मंदिर को फिर से खोलने की मांग की जा रही है। मांग के बाद मंदिर के बाहर पुलिस की टीम तैनात कर दी गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या मंदिरों को बंद करने या छिपाने के पीछे कोई साजिश है ? देंखे सर्वे...
नई दिल्ली : संभल के बाद अब वाराणसी में भी मुस्लिम बहुल इलाके में मंदिर खोलने का मामला सामने आया है। दशकों से बंद पड़े इस मंदिर को फिर से खोलने की मांग की जा रही है। मांग के बाद मंदिर के बाहर पुलिस की टीम तैनात कर दी गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या मंदिरों को बंद करने या छिपाने के पीछे कोई साजिश है ? इन सबके बीच ITV ने एक सर्वे किया है, जिसमें लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियां दी है.
1 संभल के शिव मंदिर में 46 साल तक ताला क्यों लगा रहा.. आपकी राय ?
कट्टरपंथियों का डर 15.00%
वोट बैंक की राजनीति 42.00%
प्रशासन की लापरवाही 40.00%
कह नहीं सकते 03.00%
2 वाराणसी में मिले 250 साल पुराने मंदिर को खुलवाने की मांग हो रही है.. आपकी राय ?
मंदिर के कपाट खोले जाएं 72.00%
कपाट बंद रहने दिए जाएं 06.00%
प्रशासन फैसला ले 20.00%
कह नहीं सकते 02.00%
3 मंदिरों को बंद करने या छिपाने के पीछे आपको कोई साजिश नज़र आती है ?
हां 66.00%
नहीं 29.00%
कह नहीं सकते 05.00%
4 साजिश या कट्टरपंथ के डर की वजह से बंद पड़े मंदिरों को चिन्हित कर उनमें वापस पूजा पाठ होना चाहिए ?
हां 91.00%
नहीं 05.00%
कह नहीं सकते 04.00%
वाराणसी में हिंदू संगठन सनातन रक्षक दल का दावा है कि मंदिर 250 साल पुराना है, और पिछले 40 सालों से मंदिर में ताला लगा हुआ है। दावा किया गया कि मंदिर बंद होने से पहले यहां पूजा-अर्चना होती थी। मंदिर का ताला खुलवाने और पूजा-अर्चना शुरू कराने के लिए सीएम योगी को पत्र भी भेजा गया है। हिंदू संगठन के लोगों ने मांग को लेकर वाराणसी के पुलिस अधिकारियों से भी मुलाकात की।
कई सालों से बंद पड़े मंदिर को खुलवाने की मांग पर मदनपुरा चौकी प्रभारी अजितेश चौधरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मंदिर कई सालों से बंद पड़ा है, जिसके चलते मंदिर से जुड़ी सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। फिलहाल मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
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