नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सैलाब का संकट अभी भी बरकरार है. यमुना का जलस्तर भले ही कम हो रहा हो लेकिन अब भी नदी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है. ऐसे में राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. नदी के किनारे की बस्तियों से पानी अब […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सैलाब का संकट अभी भी बरकरार है. यमुना का जलस्तर भले ही कम हो रहा हो लेकिन अब भी नदी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है. ऐसे में राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. नदी के किनारे की बस्तियों से पानी अब आगे बढ़कर लाल किला और राजघाट तक पहुंच गया है. आईटीओ के पास भी पानी भर चुका है, जिसके वजह से यहां भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है.
बाढ़ के खतरे को देखते हुए लाल किले में पर्यटकों के जाने पर रोक लग गई है. इसके साथ ही दिल्ली में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 16 जुलाई तक बंद कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, फ्रांस दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में बाढ़ के हालात को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से फोन पर बात की है.
उधर, मौसम विभाद ने दिल्ली और उसके आसपास के इलाके- नजफगढ़, द्वारका, पालम, जाफरपुर, आईजीआई एयरपोर्ट, डेरामंडी, आयानगर), इसके साथ ही एनसीआर- गुरुग्राम, गोहाना और सोनीपत में हल्की बारिश की संभावना जाहिर की है. माना जा रहा है कि अब अगर इन इलाकों में और ज्यादा बारिश हुई तो दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा.
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