दिल्ली मौसम: दिल्ली में मई की शुरुआत में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था. जिस की वजह से दिल्ली के लोगो को घर से बाहर कदम निकालना भी भारी हो रहा था. दिल्ली में बीते दिन हुई बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है. मौसम विभाग ने आने वाले […]
दिल्ली मौसम: दिल्ली में मई की शुरुआत में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था. जिस की वजह से दिल्ली के लोगो को घर से बाहर कदम निकालना भी भारी हो रहा था. दिल्ली में बीते दिन हुई बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है. मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों तक हल्की बारिश होने की संभावना जाताई है. अब करीब 17 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरने पर जाहिर तौर पर दिल्ली को कुछ वक्त के लिए ही सही लेकिन राहत पहुंचा दी है.
दिल्ली के लोगों को बीते दिन हुई बारिश से भी ज्यादा दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिल सकती है क्योंकि मौसम विभाग ने 27 मई से एक बार फिर से तापमान बढ़ने का अनुमान लगाया है. मौसम विभाग के मुताबिक 27 मई से पारा बढ़ेगा और दिल्ली के लोगों को भीषण गर्मी से फिर से झूजना पड़ेगा. मौसम विभाग की माने तो बीते कुछ दिन से भीषण गर्मी का सितम झेल रही दिल्ली के लोगो को इस सीजन में यह पहली आंधी-तूफान की बारिश मिली है, जिसकी वजह से तापमान नियंत्रित होता दिख रहा है. दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद राज्य के कई हिस्सों में सड़क पर जलभराव हुआ तो कहीं तेज आंधी से पेड़ गिरने की तकरीबन 100 से ज्यादा जानकारी मिली.
दिल्ली में बीते दिन आंधी-तूफान वाली बारिश ने मानो शहर के प्रदूषण को भी धो डाला है. विश्व के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में शामिल आनंद विहार का AQI 82 Yellow Zone मॉडरेट पहुंच गया था. जो आमतौर पर रेड जोन में हुआ करता था.
दिल्ली : AQI
सेंट्रल दिल्ली- 72 मॉडरेट
पूसा रोड – 40 गुड कैटेगरी में
JLN स्टेडियम- 76 मॉडरेट
नॉर्थ दिल्ली- 72 मॉडरेट
मुंडका- 63 मॉडरेट
NCR : AQI
गुरुग्राम- 87 मॉडरेट
गाजियाबाद- 82 मॉडरेट
ग्रेटर नोएडा- 69
नोएडा- 57 मॉडरेट
बता दें कि साफ हवा की गुणवत्ता 0-50 के बीच होती है. यह आंकड़ा बढ़ने पर प्रदूषण का बढ़ता स्तर संकेतित किया जाता है. दिल्ली और एनसीआर में आम तौर पर ज्यादातर इलाके 200 के आसपास रहते हैं जिसका मतलब ये हुआ कि रेड जोन में रहने वाले इन इलाकों में दूषित हवा के कारण सांस लेने में तकलीफ या वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए ताजा बारिश का असर कुछ समय के लिए सही लेकिन बेहद जरूरी है.