नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में आ गई है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में 35 अंक की बढ़ोतरी हुई। इससे AQI 368 रिकॉर्ड किया गया। सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा। दोपहर बाद हल्की धूप खिली। दिनभर चली ठंडी हवाओं की वजह से प्रदूषण का स्तर […]
नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में आ गई है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में 35 अंक की बढ़ोतरी हुई। इससे AQI 368 रिकॉर्ड किया गया। सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा।
दोपहर बाद हल्की धूप खिली। दिनभर चली ठंडी हवाओं की वजह से प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो पाया। हालत यह रही कि राजधानी के सात इलाकों में प्रदूषण का स्तर 400 के पार रिकॉर्ड किया गया, जबकि 20 इलाकों में हवा बेहद खराब रिकॉर्ड की गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति कम होने से और प्रदूषक कण संघन हो गए हैं, जिससे वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में स्थिर बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 26 जनवरी तक दिल्ली का प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में रहने की बात कही है।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के अनुसार, मंगलवार को राजधानी में मुख्य सतही हवा उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशाओं से 4 किमी प्रति घंटे की गति से चली। बुधवार को मुख्य सतही हवाएं उत्तर-पश्चिम व उत्तर दिशाओं से तीन से चार किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती हैं।
सीपीसीबी के अनुसार सात इलाकों में गंभीर श्रेणी में हवा रिकॉर्ड की गई। इसमें वजीरपुर में सर्वाधिक AQI 420 रहा, जो गंभीर श्रेणी है। इसके अलावा आनंद विहार में 403, जहांगीरपुरी व मुंडका में 411, नरेला में 401, पंजाबी बाग में 407, शादीपुर में 403 व विकासपुरी में 407 रिकॉर्ड किया गया, जबकि 20 इलाकों में प्रदूषण का स्तर 300 के पार रहा।