नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में बीते 2 दिन में प्रदूषण का स्तर काफी कम देखा गया था. लेकिन आज फिर दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 250 से पार पहुंच गया है. बारिश के चलते दिल्ली का AQI 50 के बीच पहुँच गया था, जो दिल्ली के लिए एक अच्छी खबर थी. […]
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में बीते 2 दिन में प्रदूषण का स्तर काफी कम देखा गया था. लेकिन आज फिर दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 250 से पार पहुंच गया है. बारिश के चलते दिल्ली का AQI 50 के बीच पहुँच गया था, जो दिल्ली के लिए एक अच्छी खबर थी. हर साल इसी समय दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण ( Delhi Pollution ) तेज़ी से बढ़ने लगता है. इसके पीछे कई कारण हैं, देश की राजधानी में गाड़ियों और कारखानों का धुंआ तो है ही, साथ ही इस समय फसलों को जलाया भी जाता है, जिसकी वजह से हवा की गुणवत्ता ख़तरनाक स्तर पर पहुंच जाती है.
लॉकडाउन की वजह से कुछ समय आसमान साफ रहा था लेकिन लॉकडाउनइन खुलने के बाद प्रदूषण फिर से बढ़ने लगा है. दिल्ली सरकार लगातार राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करे के लिए कदम उठाती है. बता दें की दिल्ली सरकार ने दिल्ली से जुड़े राज्यों के किसानो को पराली को व्यवस्थित करने और उसे सही ढंग से नष्ट करने के लिए कई कदम उठाए है. दिल्ली सरकार के इस कदम से पराली घटनाओं के स्थर में पहले के मुकाबले काफी सुधार आया है. पंजाब, हरियाणा और यूपी के आठ जिलों में साल 2020 की तुलना में इस साल कई गुना कमी आई है. पिछले एक महीने में 1795 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2020 के दौरान इसी अवधि में 4854 मामले दर्ज किए गए थे.
अक्टूबर माह में इस बढ़ते AQI ने दिल्ली सरकार की चिंताए बढ़ा दी है. दिल्ली में हर साल दिवाली के बाद AQI 400 से पर पहुँच जाता है. हालांकि गत वर्ष की भांति साल भी दिल्ली सर्कार ने पटाखों के खरीद व बेच पर रोक लगाई है. प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करे और अनावश्यक घर से बाहर न निकलें.