फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के फ्रांस्वा ओलांद के बाद भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया है. कांग्रेस बीजेपी को बीजेपी कांग्रेस को कसूरवार ठहरा रही है. इस बीच रॉबर्ट वाड्रा के करीबी संजय भंडारी के खिलाफ गोपनीयता अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है.
नई दिल्ली. एक तरफ कांग्रेस जहां राफेल सौदे को लेकर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रही है वही दूसरी तरफ भाजपा ने रॉबर्ट वाड्रा का एंगल इस मामले में जोड़ दिया है. दिल्ली पुलिस ने रॉबर्ड वाड्रा के करीबी संजय भंडारी के खिलाफ गोपनीयता अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है. दिल्ली पुलिस इस फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं. वहीं इंटरपोल ने पहले ही संजय भंडारी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है.
बता दें प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि रॉबर्ट वाड्रा के दोस्त संजय भंडारी की कंपनी को यह डील नहीं मिली इसीलिए कांग्रेसी बौखलाए जा रही है. इतना ही नहीं संबित पात्रा ने कहा कि दलाल संजय भंडारी ने रॉबर्ट वाड्रा को 19 करोड़ रुपये का गिफ्ट भी दिया था. संबित पात्रा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस इसीलिए छटपटा रही है क्योंकि उन्हें कमीशन खाने को नहीं मिली. उन्होंने वाड्रा और भंडारी के कनेक्शन को लेकर कहा कि 2016 में संजय भंडारी के घर पर छापे पड़े थे उस वक्त राफेल से जुड़े दस्तावेज मिले थें.
गौरतलब है कि सोमवार को भाजपा की ओर से आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि कांग्रेस ने राफेल डील को इसीलिए कैंसिल कर दिया था क्योंकि उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा की कंनी को बिचौलिया नहीं बनाया था. यूपीए सरकार चाहती थी कि यह डील रॉबर्ट वाड्रा के जरिए हो.
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